पटना: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के सीएम पद की दावेदारी के बाद महागठबंधन में बयानबाजी तेज हो गयी है. इस बयान को लेकर महागठबंधन के नेताओं ने जीतन राम मांझी में अनुभव की कमी बताया है. वहीं, कांग्रेस ने उन्हें चुप रहने की नसीहत दी है.
महागठबंधन नेता डॉ. अशोक राम और प्रेम कुमार मणि का बयान कांग्रेस नेता डॉ. अशोक राम ने कहा कि महागठबंधन में लोकसभा चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव ही नेता चुने गए थे. महागठबंधन के नेता को लेकर अभी तक तो कोई चुनाव नहीं हुआ है. तेजस्वी यादव ही अभी भी महागठबंधन के नेता हैं. नेता चुनने का यह सही समय नहीं है. अभी वोट के विखराव को रोकने की तैयारी करनी चाहिए.
'अनुभवहीनता दर्शा रहा है'
वहीं, महागठबंधन के नेता प्रेम कुमार मणि ने कहा कि जीतन राम मांझी इस तरह के बयान देकर अनुभवहीनता दर्शा रहे हैं. इस तरह के बयान से उन्हें बचना चाहिए. सीएम पद की दावेदारी के लिए उन्हें खुद ऐसा बयान नहीं देना चाहिए. समय का इंतजार करना चाहिए. उनको आत्म समीक्षा करने की जरूरत है.
मांझी ने सीएम पद की ठोकी थी दावेदारी
बता दें कि 26 अगस्त को राबड़ी आवास पर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की बैठक हुई थी. इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी शामिल हुए थे. इस बैठक के बाद जीतन राम मांझी ने सीएम पद पर दावेदारी ठोकी थी. इस बयान के बाद महागठबंधन में बयानबाजी तेज हो गयी है.