पटनाः राज्य में मैट्रिक की परीक्षा चल रही है और नियोजित शिक्षक हड़ताल पर डटे हुए हैं. हालांकि शिक्षा विभाग का दावा है कि उन्होंने शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था कर ली है. परीक्षार्थियों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो रही है. लेकिन इस मामले को लेकर बिहार में सियासत सिर चढ़कर बोल रही है.
'शिक्षकों को काम पर वापस आने की चेतावनी'
नियोजित शिक्षकों की हड़ताल पर एक ओर जहां सरकार और शिक्षा विभाग सख्त तेवर अख्तियार किए हुए है. वहीं, विपक्ष सरकार पर हठधर्मिता और तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगा रहा है. शिक्षा मंत्री ने हड़ताली शिक्षकों को जल्द से जल्द काम पर वापस आने की चेतावनी भी दी है.
शिक्षकों पर कार्रवाई सरासर गलत
इस मामले पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का कहना है कि सरकार को उनकी मांगों को सुनना चाहिए. उन्होंने कहा कि हड़ताली शिक्षकों पर जिस तरह की दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है वह सरासर गलत है. लोकतंत्र में हर किसी को अपने हक और अधिकार के लिए आवाज उठाने और आंदोलन करने की पूरी आजादी है.