पटना: कोरोना वायरस के कारण लोगों में खौफ है. डॉक्टरों का कहना है कि अस्थमा के रोगियों के लिये ये खतरा ज्यादा बड़ा है. पटना के डॉ. दिवाकर तेजस्वी कहते हैं, चूंकि अस्थमा के कारण फेफड़ा कमजोर हो जाता है और कोरोना भी फेफड़ों पर ही अटैक करते हैं इसलिये अस्थमा के रोगियों के लिये कोरोना ज्यादा खतरनाक है.
डॉक्टरों की राय: फेफड़े के मरीजों को कोरोना से ज्यादा खतरा, धूम्रपान करने वाले रहें सतर्क
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि जो लोग सिगरेट पीने के आदी हैं उनका फेफड़ा पहले से ही डैमेज होता है. ऐसे में उनको भी कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा अधिक है.
डॉक्टर का कहना है कि निश्चित तौर पर कोरोना वायरस निमोनिया के कारण बनता है और ये भी फेफड़े और श्वास नली को ही संक्रमित करता है. उन्होंने कहा कि किडनी और डायबिटीज के मरीजों को संक्रमण का खतरा तो है ही लेकिन फेफड़े के मरीजों को कोरोना का खतरा और ज्यादा है.
धूम्रपान करने वालों के लिये खतरा ज्यादा है
डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि ऐसे रोगियों को निश्चित तौर पर इस हालात में बच के रहने की जरूरत है. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का सबसे अच्छा उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है. डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि जो लोग सिगरेट पीने के आदी हैं उनका फेफड़ा पहले से ही डैमेज होता है. ऐसे में उनको भी कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा अधिक है. इसीलिये ऐसी किसी भी आदत को तुरंत छोड़ देना चाहिये.