पटना:पूरा देश महिला दिवस मना रहा है. महिलाओं की बेहतरी के लिए केंद्र की सरकार ने उज्ज्वला योजना शुरू की थी. हर किचन तक सिलेंडर पहुंचाने की कवायद की गई. लेकिन, गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों ने योजना की हवा निकाल कर रख दी है. राजधानी पटना में रसोई गैस सिलेंडर आम लोगों को 917.25 रुपए में मिल रहे हैं और सब्सिडी लगभग खत्म हो चुकी है.
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सिलेंडर के बढ़ते दाम से बढ़ी परेशानी
कोरोना संक्रमण में लोगों की रोजी-रोटी और रोजगार छिन गए हैं. किसी तरह लोग 2 जून की रोटी का इंतजाम कर रहे हैं. एक और महंगाई बढ़ रही है, तो दूसरी तरफ रसोई गैस की कीमतों ने तमाम रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं. बिहार में महीने में प्रति व्यक्ति औसत आय लगभग 4200 रुपए है और अगर इसमें से 900 रुपए का सिलेंडर खरीद लिया जाता है, तो कुल मिलाकर 3300 रुपए में बिहार वासियों के समक्ष परिवार चलाने की चुनौती होगी.
लोग अपना रहे वैकल्पिक तरीके
उज्जवला योजना की भी हालत खस्ताहाल है. पहले लोग 10 सिलेंडर सालभर में उपयोग में लाते थे. वहीं, अब उसकी संख्या घटकर 3 से 4 हो गई है. बढ़ती कीमतों के चलते अब लोग फिर से वैकल्पिक तरीकों को अपना रहे हैं.
''आज महिला दिवस है और महिला दिवस के मौके पर ही सरकार को ऐसे दिन देखने पड़ रहे हैं कि अब उन्हें 900 रुपए में सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है. केंद्र सरकार सिलेंडर की कीमतों पर काबू पाने के लिए शीघ्र पहल करें, नहीं तो गरीब को भूखे मरना होगा''- आलोक मेहता, राजद के राष्ट्रीय महासचिव