पटना: छठ महापर्व की छठा पूरे देश के साथ ही बिहार में खास तौर पर देखने को मिल रही है. छठमहापर्व के दूसरे दिन की पूजा अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर संपन्न हो गई है. पूरे प्रदेश में अलग अलग घाटों से ऐसा ही नजारा देखने को मिला. स्थान अलग अलग जरुर हैं पर तस्वीरें एक जैसी देखने को मिल रही हैं. घाटों को सजाया संवारा गया है. कोरोना संक्रमण के खतरे के तहत लोगों से अपील भी की जा रही है कि वो घर से ही छठी मइया की आराधाना करें.
सीएम हाउस में छठ
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सीएम आवास में आयोजित छठ पूजा में शामिल हुए. मुख्यमंत्री की भाभी और परिवार के अन्य सदस्यों ने अस्त होते भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. इस दौरान सीएम नीतीश ने अपने हाथों से व्रती को अर्घ्य दिया.
अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को दिया गया अर्घ्य
राजधानी पटना से सटे बिहटा प्रखण्ड के विभिन्न तालाबों एवं घाटों की तैयारियां पूजा समितियों और प्रशासन की ओर से की गई. कोविड 19 को देखते हुए तमाम तैयारियां की गईं. महादेव रोड स्थित प्राचीन बाबा बिटेश्वनाथ मंदिर में भी छठ पूजा की तैयारी खास तरीके से की गई है. सिकंदरपुर स्थित माचा स्वामी आश्रम के प्रांगण में बने तालाब में लगभग 21 वर्षों से छठ व्रतियों के पूजा करने के लिये तैयारियां की जाती है, लेकिन इस बार कोरोना में प्रशासन के आदेशों का पालन किया गया. मास्क और सेनेटाइजर जैसे कई सुविधाओं का छठ व्रतियों के लिए इंतजाम किया गया. वहीं सीसीटीवी कैमरों के मदद से लोगों पर नजर भी रखी जा रही है.
छठ व्रतियों ने दिया पहला अर्घ्य
बांका जिला के चांदन प्रखंड अंतर्गत बजरंग दल के सदस्यों ने एकजुट होकर छठ पूजा के तीसरे दिन संध्या अर्घ्य शुरू होने के पूर्व प्रखंड के छठ घाटों सहित संपूर्ण रास्ते की सफाई की. छठ में साफ सफाई का नियम धर्म का बहुत पालन किया जाता है. ऐसे में बजरंग दल के सदस्यों ने अपने हाथों में झाड़ू ले पूरे रास्ते की सफाई करते हुए उस पर पानी छिड़काव करने की व्यवस्था किया.