पटना:प्रदेश में कोरोना संक्रमण ने भयावह रूप धारण लिया था. कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सूबे में लॉकडाउन (LOCKDOWN) लागू किया गया है. कोरोना संकमण के मामले में इस लॉकडाउन का सकारात्मक असर दिखने लगा है. प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में जहां मई के शुरुआती सप्ताह में कोरोना वार्ड में नये मरीजों को जगह नहीं मिल पा रही थी, काफी संख्या में मरीज बिना इलाज के अस्पताल से लौट जा रहे थे. वहीं, अब अस्पताल के कोरोना वार्ड में काफी संख्या में बेड खाली हैं. कोरोना वार्ड के बाहर परिजनों के लिए बनाए गए शेड में भी काफी कम भीड़ नजर आ रही है.
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कोरोना मरीजों की संख्या में कमी
'लॉकडाउन लगाने से निश्चित रूप से फायदा हुआ है. इसी का नतीजा है कि संक्रमण के मामले कम हुए हैं. अस्पताल में मरीजों की संख्या भी काफी घटी है.': डॉ अजय अरुण, प्रभारी चिकित्सक, कोविड-19 वार्ड, पीएमसीएच
उन्होंने बताया कि अगर बेड की ऑक्युपेंसी की बात करें तो जिस मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं है, उसे ऑक्सीजन सपोर्ट से हटा दिया गया है. उसे एक दिन वे वार्ड में वेट एंड वॉच की स्थिति में रखते हैं. वहां उसके ऑक्सीजन सैचुरेशन की निगरानी होती है. ऑक्सीजन सैचुरेशन 94 से ऊपर रह रहा है तो उसे डिस्चार्ज कर दिया जा रहा है. अभी अस्पताल में कोई भी ऐसा मरीज नहीं है, जो बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के वार्ड में है.