पटना: कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए लॉक डाउन की मियाद बढ़ा दी गई है. लॉक डाउन के पिछले 21 दिनों के पहले फेज के दौरान बिहार वासियों ने संयम का परिचय दिया. वहीं, लॉक डाउन के दूसरे चरण में भी राजधानी पटना की सड़कों पर चारों तरफ पुलिस का पहरा रहा. वहीं, जिले का आम नागरिक घरों के अंदर ही कैद रहे.
राजधानी पटना में लॉक डाउन-2 का दिख रहा व्यापक असर, सड़कों पर पसरा है सन्नाटा - राजधानी पटना
कोरोना वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री ने लोगों से कुछ दिन और घरों के अंदर रहने की बात कही है. इसी क्रम में लॉक डाउन 2 का व्यापक असर राजधानी पटना में देखने को मिला. इस दौरान परिवहन विभाग ने निजी वाहनों के परिचालन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है.
परिवहन विभाग की सख्ती का दिखा असर
कोरोना वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री ने लोगों से कुछ दिन और घरों के अंदर रहने की बात कही है. इसी क्रम में लॉक डाउन 2 का व्यापक असर राजधानी पटना में देखने को मिला. इस दौरान परिवहन विभाग ने निजी वाहनों के परिचालन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. साथ ही विभाग की ओर से पास के बगैर चलने वाले वाहनों पर भी सख्ती कर दी गई है.
राजधानी के सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा
21 दिन के लॉक डाउन का पहला फेज खत्म हो चुका है. इसके साथ ही लॉक डाउन 2 की घोषणा भी हो चुकी है. राजधानी पटना में लॉक डाउन के दौरान पुलिस और परिवहन विभाग ने यातायात नियमों को काफी सख्त कर दिया है. अनावश्यक घूमने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. परिवहन विभाग की सख्ती का असर पटना की सड़कों पर दिखाई दे रही है. दुपहिया वाहनों की आवाजाही पर भी परिवहन विभाग ने रोक लगा दिया है.