पटना: बिहार एनडीए में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. विवाद रोकने का एक फॉर्मुला निकलता है, तो झगड़े की नई राह चल पड़ रही है. महाराष्ट्र में शिवसेना-बीजेपी विवाद के बाद बिहार में भी बीजेपी के सहयोगी दलों के बीच तनातनी कायम है.
एलजेपी ने लिया राष्ट्रीय स्तर का फैसला
झारखंड विधानसभा चुनाव में जेडीयू और एलजेपी के मैदान में आने के बाद दिल्ली की सियासत में भी अपने मजबूत दखल की जोर आजमाइश शुरू हो गई है और इसी दौरान चिराग पासवान पार्टी की जिम्मेवारी मिलते ही कई कड़े फैसले ले रहे हैं. वो एलजेपी को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बनाने में जुट गए हैं. झारखंड के बाद अब चिराग की नजर दिल्ली विधानसभा चुनाव पर है और इसका विधिवत ऐलान कर दिया है.
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दिल्ली चुनावी मैदान में उतरेगी एलजेपी
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर एलजेपी जोरशोर से तैयारी कर रही है. खुद के दम पर दिल्ली के चुनावी अखाड़े में उतरने की कवायद में जुट गई है. एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने संकेत दिया है कि दिल्ली विधासनभा चुनाव में पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी. बता दें कि दिल्ली की सियासत में अभी बीजेपी, कांग्रेस और आप ही मुख्य तौर पर मैदान में है. लेकिन, इस बार जेडीयू के साथ-साथ एलजेपी भी जोरदार एंट्री की तैयारी में है.
जेडीयू राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार अकेले ही लड़ेगी एलजेपी दिल्ली का चुनाव
एनडीए में एलजेपी की मुख्य सहयोगी जेडीयू ने भी दिल्ली के रण में अकेले उतरने का फैसला कर लिया है. इसी राह पर अब एलजेपी चली है. चिराग के नेतृत्व में पार्टी दलितों को दिल्ली में एकजुट करने की रणनीति बना रही है. एलजेपी दिल्ली विधानसभा चुनाव में अकेले उतरेगी. इसकी आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है. लेकिन, सियासी गलियारों में इसकी चर्चा तेज हो गई है.
झारखंड के 50 सीटों के लिए एलजेपी की घोषणा
बता दें कि एलजेपी की ओर से मंगलवार को झारखंड के 50 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की गई है. राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने खुद इसकी जानकारी दी थी. सियासी जानकारों की मानें तो दिल्ली में अगर जेडीयू-एलजेपी अगर मैदान में उतरती है तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान बीजेपी को होने के आसार हैं.