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NDA को नहीं भूलना चाहिए इतिहास, LJP को वोटकटवा कहने वालों को मिलेगा 10 नवंबर को जवाब- प्रिंस राज

बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान होने के बाद जब लोजपा ने एनडीए से अलग चुनाव लड़ने का निर्णय लिया. तब से जदयू द्वारा भाजपा के ऊपर दबाव की राजनीति चल रही है.

प्रिंस राज
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Published : Oct 17, 2020, 2:27 PM IST

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ रही लोजपा को लेकर बीजेपी के नेताओं के सुर बदले बदले नजर आ रहा हैं. बीजेपी नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने लोजपा को वोट कटवा करार दिया है. उन्होंने कहा कि लोजपा की औकात दो-तीन सीट जीतने भर भी नहीं है.

2005 में जीती थीं 29 विधानसभा सीटें
सुशील मोदी के इस बयान पर पलटवार करते हुए लोजपा सांसद और प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि जो लोग आज हमें वोट कटवा कह रहे हैं उन्हें याद होना चाहिए कि 2005 में हम ने अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था. उस वक्त 29 विधानसभा सीटें जीत कर आए थे.

प्रिंस राज ने कहा कि 10 नवंबर के विधानसभा चुनाव के रिजल्ट ही बताएंगे कि कौन सी पार्टी वोट कटवा है. एनडीए के दूसरे घटक दलों को लग रहा था कि अगर हमारे साथ गठबंधन नहीं करेंगे तो एक दो सीट पर निपट जाएंगे. उन्हें इतिहास नहीं भूलना चाहिए.

बयान देते लोजपा प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज

बीजेपी का लोजपा पर लगातार प्रहार
बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों के ऐलान होने के बाद जब लोजपा ने एनडीए से अलग चुनाव लड़ने का निर्णय लिया तबसे जदयू द्वारा जदयू भाजपा के ऊपर दबाव की राजनीति कर रही रही है. लगातार बीजेपी के तरफ से लोजपा के ऊपर प्रहार किए जा रहे हैं. चाहे वह प्रधानमंत्री चेहरे का इस्तेमाल हो या लोजपा को वोट कटवा पार्टी करार देने का हो.

चिराग पासवान ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कहा था कि नरेंद्र मोदी का समर्थक हूं. सुशील मोदी के बयान से मुझे ठेस पहुंची है. लेकिन मैं समझ सकता हूं कि वह किन के दबाव में इस तरह का बयान दे रहे हैं.

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