पटनाः केंद्रीय बजट को लेकर एनडीए की बैठक आयोजित की गई है. बैठक में लोजपा को भी आमंत्रित किया गया था. चिराग एनडीए की बैठक में शामिल नहीं होंगे. लेकिन इससे पहले हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने ट्विट कर यह कहा था कि चिराग को आमंत्रित करने को लेकर हम पूरी भर्त्सना करते हैं. इस बात को लेकर लोजपा पार्टी के नेताओं में रोष है.
सत्ता के कारण एनडीए से जुड़े मांझी
लोजपा के प्रवक्ता संजय पासवान ने कहा कि जीतन राम मांझी सत्ता के कारण एनडीए से जुड़े हैं. विचारों से नहीं. किसी भी कीमत पर आप लोग सत्ता से बाहर नहीं जा सकते. सत्ता को लात मार कर आम बिहार की आवाज बनने का कलेजा सिर्फ चिराग पासवान में है. जीतन राम मांझी आप कृपया कर शांति से सत्ता में रहें. जनता सब जानती है. एनडीए से बाहर जाने की बात दोबारा अपने प्रवक्ताओं से मत बुलवाइएगा.
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संजय पासवान, लोजपा प्रवक्ता नीतियों के खिलाफ लोजपा
"लोजपा शेरों की पार्टी है. यहां कोई पीछे से वार नहीं करता. लोजपा नीतीश कुमार की नीतियों के खिलाफ है. उनकी गलत नीतियों की जांच होगी. जब तक प्रदेश में सच में विकास नहीं होता, जब तक नीतीश जी की नीतियों में परिवर्तन नहीं आता, तब तक उनके सामने लोजपा बिहार के मुद्दे पर सवाल करेगी." -संजय पासवान, लोजपा प्रवक्ता
देखें लोजपा प्रवक्ता ने क्या दिया जवाब और क्या कहा था हम प्रवक्ता ने. इस बात पर हो रहा बवाल
आपको बता दें कि एनडीए द्वारा आम बजट को लेकर बैठक की जा रही है. बैठक में चिराग पासवान को आमंत्रण दिया गया. इस पर हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने ट्विट कर कहा कि चिराग पासवान को NDA की बैठक में बुलाए जाने की HAM पार्टी भर्त्सना करती है. प्रवक्ता दानिश रिजवान का बयान था कि पीठ में छुरा घोंपने वाले को बैठक में बुलाना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे गलत संदेश जाएगा. हम सब इस फैसले से आहत हैं. हम NDA के साथ रहेंगे या नहीं. इसका फैसला हमारे नेता जीतन राम मांझी करेंगे.
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जानें, क्यों पड़ी फूट
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एलजेपी के प्रमुख चिराग पासवान ने सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बिहार एनडीए से अलग राह पकड़ ली थी. चिराग पासवान ने एनडीए की सहयोगी जेडीयू को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी.
बजट सत्र का हो गया आगाज
बता दें कि कल से ही बजट सत्र का आगाज हो गया है. सत्र का पहला भाग 15 फरवरी तक जारी रहेगा. जबकि सत्र का दूसरा भाग 8 मार्च से 8 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा. राज्यसभा सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक और लोकसभा शाम 4 बजे से 9 बजे शून्यकाल और प्रश्नकाल के साथ कार्य करेगी.