पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय मंत्री. वैशाली: बिहार के वैशाली में रविवार को केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने साफ-साफ कहा है कि हमारे बड़े भाई रामविलास पासवान की कर्मभूमि हाजीपुर रही है. इस बार पार्टी का स्थापना दिवस 28 नवंबर को होना है जिसे हम हाजीपुर के अक्षयवट स्टेडियम में मनाने का काम करेंगे. हाजीपुर हमारा क्षेत्र है और बिहार में एनडीए के हम सबसे पुराना साथी हैं. हमने लगातार भाजपा का साथ दिया है. बिहार में हमारे पांच सांसद हैं और सभी पांच सीट पर हम चुनाव लड़ेंगे.
इसे भी पढ़ेंः Pashupati Paras: 'अगर तुम हाजीपुर में अपनी मां को लड़ाओगे तो हम भी जमुई में..' चाचा पारस की भतीजे चिराग को चेतावनी
"जो लोग एनडीए में नए-नए आए हैं उनसे हमारा कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन एनडीए का सबसे पुराना साथी हमारी पार्टी रही है. नरेंद्र मोदी की सरकार जो काम कर रही है उसमें भी हम लगातार साथ दे रहे हैं. इसीलिए बिहार में 5 सीट पर हम लोग चुनाव लड़ेंगे और इसकी तैयारी हमारी पार्टी कर रही है."- पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय मंत्री
हाजीपुर सीट से कौन लड़ेगाः उनसे जब सवाल किया गया कि चिराग पासवान भी हाजीपुर सीट पर अपनी मां को चुनाव लड़ाने की बात कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि इस सवाल का जवाब हम नहीं दे सकते हैं. हम सिर्फ यही कहना चाहते हैं कि हम एनडीए के सबसे पुराना साथी हैं और हम लोकसभा चुनाव 5 सीट पर लड़ रहे हैं.
शिक्षक नियुक्ति में गड़बड़ीः पशुपति पारस ने बिहार में हो रही शिक्षक नियुक्ति पर भी बड़ा सवाल खड़ा किया. कहा कि बिहार में जो कुछ होता है उसमें बहुत भारी गड़बड़ी होती है. पिछले दिनों जातीय गणना हुई और हमारे गांव में कोई गणना करने वाले सरकारी कर्मचारी नहीं पहुंचे. सचिवालय में बैठकर ही जातीय गणना कर दी जाती है तो निश्चित तौर पर शिक्षक नियुक्ति में भारी गड़बड़ी हो रही है.