पटना: एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान के बीच एलजेपी ने एक बार फिर से कड़े तेवर दिखाए हैं. लोजपा का कहना है कि अगली सरकार 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' विजन डॉक्यूमेंट को लागू करेगी. पार्टी ने सात निश्चय पार्टी-2 पर सवाल किया है. साथ ही इस योजना में भ्रष्टाचार की बात कही है.
पार्टी प्रवक्ता सरवन अग्रवाल ने कहा कि एलजेपी सात निश्चय को नहीं मानती. उन्होंने नीतीश कुमार के सात निश्चय पार्टी-2 कार्यक्रम को भ्रष्टाचार का पिटारा करार दिया. एलजेपी ने कहा कि सात निश्चय के सभी कार्य अधूरे रह गए, उसका भुगतान भी अब तक नहीं हुआ है.
सात निश्चय महागठबंधन की सरकार कार्यक्रम: चिराग
बता दें कि इससे पहले भी चिराग पासवान, नीतीश सरकार के 'सात निश्चय' कार्यक्रम पर सवाल उठा चुके है. सात निश्चय को महागठबंधन की सरकार के दौरान आरजेडी और कांग्रेस के समर्थन के साथ नीतीश कुमार ने अपने काम के एजेंडे में शामिल किया था. इसमें एलजेपी और बीजेपी की कोई सोच नहीं है.
न्यूनतम साझा कार्यक्रम की मांग
उन्होंने ये भी कहा था कि बिहार में बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी की साझा सरकार है. ऐसे में न्यूनतम साझा कार्यक्रम की जरूरत है. लगातार ये परंपरा रही है कि जब कोई साझा सरकार बनती है, तब उसके लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय होता है.
सात निश्चय पार्ट-2 का एलान
बता दें कि चिराग पासवान के सवाल उठाए जाने के बावजूद नीतीश कुमार ने 'सात निश्चय पार्टी-2' कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का एलान किया है.
सात निश्चय पार्ट -2 कार्यक्रम : एक नजर