पटनाः राजधानी के मोकामा टाल अंतर्गत घोसवारी थाना के साम्यागढ़ ओपी की पुलिस को शराब कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करना महंगा पड़ा. दरअसल शराब कारोबारियों के घर जाकर जब पुलिस तलाशी ले रही थी. उसी दौरान ग्रामीणों ने पुलिस वालों पर हमला कर दिया. हमले में साम्यागढ़ ओपी के प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए.
पटनाः शराब कारोबारियों के खिलाफ छापेमारी करने गई टीम पर हमला, थानाध्यक्ष समेत कई पुलिसकर्मी घायल - कई पुलिसकर्मी जख्मी
साम्यागढ़ ओपी के हवलदार मनोज मंडल के बयान पर दर्ज की गई प्राथमिकी में कहा गया है कि पुलिस जब रामबाबू पासवान और उसके भाई श्याम बाबू पासवान के घर छापेमारी कर रही थी. उसी दौरान पुलिस पर हमला करने की नीयत से आसपास के लोगों को जमा किया गया और ग्रामीणों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया. हवलदार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई 45 अभियुक्तों को नामजद किया गया है.
शराब कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करना पड़ा महंगा
बताया जाता है कि साम्यगढ़ ओपी प्रभारी साम्यागढ़ गांव में शराब पकड़ने गए थे. पुलिस शराब कारोबारियों के घर की तलाशी ले रही थी. इसी दौरान 20 पैकेट देसी शराब बरामद की गई. पुलिस आरोपियों को लेकर जब घर से निकल रही थी. तब उसी दौरान हिरासत में लिए गए आरोपियों ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुला लिया और सभी ग्रामीण एकजुट होकर पुलिस दल पर हमला कर दिया. साथ ही दोनों आरोपियों को छुड़ा लिया.
ग्रामीणों ने पुलिस वालों पर किया हमला
इस मामले में साम्यागढ़ ओपी प्रभारी के बयान पर घोसवरी थाने में मामला दर्ज किया गया है. प्रभारी के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में राम बाबू पासवान और श्याम बाबू पासवान को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. वहीं एक दूसरी प्राथमिकी हवलदार मनोज मंडल के बयान पर दर्ज की गई है.