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पटना में कड़ी सुरक्षा के बीच 23 थानों के जब्त शराब को किया गया नष्ट - Alcohal ban in bihar

पटना (Patna) में कड़ी सुरक्षा के बीच 23 थानों के जब्त शराब को नष्ट किया गया. पटना हाई स्कूल के नजदीक बने एक तलाबनुमा गड्ढे में शराब को नष्ट किया गया.

Liquor destroyed in Patna
Liquor destroyed in Patna

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Published : Jun 13, 2021, 7:16 PM IST

Updated : Jun 13, 2021, 8:50 PM IST

पटना:बिहार में जारी शराबबंदी (Alcohal ban in bihar) के 5 साल पूरे होने के बावजूद लगातार बिहार में शराब की तस्करी हो रही है. इसी कड़ी में हाल के दिनों में पकड़े गए अवैध देसी और विदेशी शराब को भी नष्ट करने का कार्य उत्पाद विभाग की ओर से किया जा रहा है.

रविवार को पटना के गर्दनीबाग इलाके (Gardanibagh) में हजारों लीटर अवैध देसी और विदेशी शराब को भारी सुरक्षा में नष्ट किया गया.

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शराब की खेप को किया गया नष्ट
पटना के गर्दनीबाग थाना क्षेत्र इलाके के पटना हाई स्कूल के नजदीक बने एक तलाबनुमा गड्ढे में 23 थानों से हाल के दिनों में पकड़ी गई अवैध शराब की खेप को नष्ट किया गया.

शराब की खेप को किया गया नष्ट

"राजधानी पटना में अवैध शराब की खेप लेकर आने वाले शराब माफियाओं को लगातार उत्पाद विभाग की टीम पकड़ने का कार्य कर रही है. इसी कड़ी में हाल के दिनों में जब्त किए गए 23 थानों से हजारों लीटर देसी और विदेशी शराब को नष्ट करने का कार्य किया जा रहा है"-शैलेंद्र कुमार, उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर

सेवन और जमा करने पर प्रतिबंध
बता दें कि बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागू है. शराबबंदीको लागू करने के लिए सरकार ने कड़े कानून बनाए हैं. इसके बावजूद अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. एक अप्रैल 2016 को बिहार देश का पांचवा राज्य बना, जहां शराब का सेवन और जमा करने पर प्रतिबंध है. लगभग 5 साल बीत जाने के बाद चौंका देने वाला आंकड़ा सामने आया है.

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महाराष्ट्र से ज्यादा लोग पी रहे शराब
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के 2020 के रिपोर्ट के अनुसार ड्राई स्टेट होने के बावजूद बिहार में महाराष्ट्र से ज्यादा लोग शराब पी रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से लेकर पुलिस विभाग विभाग के मुखिया यानि डीजीपी तक कहते रहे हैं कि शराब पीने और बेचने वालों पर कार्रवाई की जा रही है.

मौके पर मौजूद अधिकारी

लेकिन रिपोर्ट में कहा गया है किकुल मिलाकर दो लाख 55 हजार मामले दर्ज किए गए और अब तक तीन लाख 39401 अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी हुई है. लेकिन 5 साल में मात्र 470 अभियुक्तों को ही सजा दिलाई जा सकी है. जो अपने आप में बड़ा सवाल है.

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घर सील करने का निर्देश
बता दें कि अप्रैल 2016 में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से अब तक बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां, मुकदमे और शराब जब्ती की कार्रवाई हुई. इस कानून के तहत शुरुआत में घर में शराब पाये जाने पर सभी वयस्कों की गिरफ्तारी और घर को सील करने और वाहन में शराब मिलने पर वाहन जब्ती और गिरफ्तारी के कड़े प्रावधान थे.

Last Updated : Jun 13, 2021, 8:50 PM IST

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