पटना: संजय गांधी जैविक उद्यान में शेरनी उर्वशी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. ये शेरनी वर्ष 2004 में बोकारो के चिड़ियाघर से पटना-जू लायी गयी थी. उसकी उम्र 18 वर्ष बताई गई है. उसके दांत टूट चुके थे और इन दिनों वह चलने-फिरने में लाचार हो गई थी.
हार्ट अटैक से 'उर्वशी' की मौत, 18 साल की उम्र में अंतिम सांस ली
संजय गांधी जैविक उद्यान में उर्वशी नाम की वृद्ध हाइब्रिड शेरनी की गुरुवार शाम मौत हो गई. वह चार दिनों से खाना नहीं खा रही थी. उसकी उम्र लगभग 18 वर्ष बताई गई है. उसके दांत टूट चुके थे और चलने-फिरने में भी लाचार हो गई थी.
चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार, भारत के चिड़ियाघरों में हाइब्रिड शेर-शेरनी में उर्वशी सबसे बुजुर्ग थी. उर्वशी पिछले दो साल से बीमार चल रही थी. उसका इलाज बिहार पशुचिकित्सा महाविद्यालय के विशेषज्ञों की सलाह पर किया जा रहा था. उर्वशी सामान्य रूप से अपना जीवनकाल पूरा कर चुकी थी.
जांच के लिए भेजा गया सैंपल
वन्य प्राणी सलाहकार समिति के अनुशंसा पर इस शेरनी को पहले ही डिस्प्ले से हटाकर अलग रखा गया था. मौत के बाद उद्यान के पशु चिकित्सक सहित बिहार वेटेनरी कॉलेज के चिकित्सकों के देखरेख में इसका पोस्टमार्टम कराया गया. फिलहाल पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नहीं आई है. मृत्यु के कारणों की जांच के लिए उसके विभिन्न अंगों जैसे लिवर, किडनी व ब्लड आदि सहित कोरोना जांच के लिए स्वॉब का सैंपल आइवीआरआइ इज्जतनगर, बरेली और बिहार वेटनरी कॉलेज, पटना को भेजा गया है.