पटनाः लॉकडाउन लागू होने के बाद से स्कूल और कॉलेज के छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कराई जा रही है. इसी क्रम में पटना विश्वविद्यालय में भी ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. विश्वविद्यालय के शिक्षक जूम एप्लीकेशन और व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से बच्चों को पढ़ा रहे हैं. लेकिन ऑनलाइन क्लासेज में छात्रों की दिलचस्पी थोड़ा कम देखने को मिल रही है.
चलाए जा रहे एक्स्ट्रा क्लासेज
पटना विश्वविद्यालय के अंडर ग्रैजुएट फाइनल ईयर के छात्र निशांत कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में ऑनलाइन क्लासेज ठीक से चल रहे हैं. जिन लोगों का सिलेबस पूरा नहीं हो पाया है उनके लिए जूम एप्लीकेशन पर 40 मिनट का क्लास चलाया जा रहा है. वहीं, सिलेबस पूरा होने वाले विषयों की समस्या के समाधान के लिए सप्ताह में 1 दिन एक्स्ट्रा क्लासेज चलाए जा रहे हैं.
ऑफलाइन क्लास ज्यादा बेहतर
निशांत ने बताया कि जो लोग ऐसे क्षेत्र में है जहां नेटवर्क अच्छा है वे ऑनलाइन क्लास का लाभ ले पा रहे हैं. लेकिन जो छात्र सुदूर ग्रामीण इलाके में हैं उन्हें इंटरनेट की स्पीड सही नहीं रहने की वजह से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. निशांत ने बताया कि ऑनलाइन क्लास से कई गुना बेहतर ऑफलाइन क्लास है. क्योंकि इससे फेस टू फेस छात्रों का शिक्षक से इंटरेक्शन भी होता है और छात्र आपस में ग्रुप डिस्कशन भी करते हैं.
60 प्रतिशत छात्र अटेंडे कर रहे क्लास
पटना विश्वविद्यालय के रजिस्टार डॉ. मनोज मिश्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय में ऑनलाइन क्लासेज को लेकर छात्रों का रिस्पांस अच्छा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के लगभग 95 प्रतिशत छात्रों के पास स्मार्टफोन है. लेकिन छात्रों का अटेंडेंस 60 प्रतिशत के आसपास ही दिख रहा है. उन्होंने बताया कि जब विश्वविद्यालय में ऑफलाइन क्लासेज चलते हैं तब छात्रों का 70 से 80 प्रतिशत अटेंडेंस रहता है. इसलिए ऑनलाइन क्लासेज में छात्रों के अटेंडेंस का प्रतिशत संतोषजनक है.
पटना विश्वविद्यालय के रजिस्टार डॉ. मनोज मिश्रा वेबसाइट पर उपलब्ध है शिक्षकों का नंबर
डॉ. मनोज मिश्रा ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेज के दौरान अगर किसी छात्रों को कोई क्वेरी होती है तो क्लास के दौरान ही उसे रिजॉल्व किया जाता है. इसके अलावा पटना विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर सभी विभागों के विभागाध्यक्ष का नंबर अपलोड किया गया है. छात्रों को सीधे उस नंबर पर कांटेक्ट कर शिक्षक से समाधान ले सकते हैं.