पटना: बिहार विधानसभा में शुक्रवार को सभी दलों के दलित विधायकों ने आपात बैठक की. जदयू मंत्री श्याम रजक की ओर से आयोजित की गई इस बैठक में नेताओं ने आरक्षण को लेकर अपनी एकजुटता दिखाई. बैठक के बाद सभी ने विधानसभा के बाहर पोस्टर के माध्यम से विरोध जताया. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के सलाह आरक्षण में क्रीमी लेयर को लेकर नारेबाजी भी की.
लॉकडाउन के बीच उठी आरक्षण की मांग, विधायकों ने विधानसभा के बाहर की नारेबाजी
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है. इस बीच बिहार के सभी दलित विधायकों ने अपनी एकजुटता दिखाते हुए विधानसभा के विधायक लॉबी में बैठक की.
आरक्षण को लेकर रणनीति पर हुई चर्चा
इस बैठक में आरक्षण को लेकर आगे की क्या रणनीति होगी, इस पर भी चर्चा हुई. इस दौरान जदयू, बीजेपी, आरजेडी, कांग्रेस और हम के विधायक मौजूद थे. बैठक लगभग 3 घंटे तक चली बैठक के बाद सभी विधायकों ने पोस्टर लेकर विधानसभा के बाहर नारेबाजी भी की. वहीं, बैठक के एजेंडा को लेकर श्याम रजक ने जानकारी दी और आगे क्या कुछ करना है उसके बारे में भी बताया. मंत्री श्याम रजक ने कहा कि अगली बैठक 18 मई को होगी और लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलने का समय लिया जाएगा.
श्याम रजक लगातार कर रहे हैं आंदोलन
जदयू मंत्री श्याम रजक आरक्षण के मुद्दे पर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. साथ ही प्रमोशन में आरक्षण को लेकर उसे संविधान के 9वीं सूची में शामिल करने की मांग भी कर रहे हैं. वहीं क्रीमी लेयर को लेकर भी आवाज उठने पर नाराजगी जता रहे हैं. श्याम रजक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी पत्र लिखकर इस मामले में अपनी चिंता जाहिर की है.