पटना: बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र की कार्यवाही का आज आठवां दिन है. विधानसभा की कार्यवाही शुरू हो चुकी है. हंगामे के बाद दोपहर 2 बजे तक कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है. इससे पहले पोर्टीको में भी विपक्ष के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया. उन सबों की मांग है कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे इस्तीफा दें. राजद के नेताओं का कहना है कि हमलोग सरकार को स्वास्थ्य मामले पर जगाना चाहते हैं क्योंकि उनकी अंतरात्मा सो गई है. वह बुखार से मर रहे बच्चों के प्रति संवेदनहीन बन गये हैं.
गौरतलब है कि सत्र के सातवें दिन बिहार विधानसभा में भोजन अवकाश के बाद नगर विकास विभाग के बजट पर चर्चा हुई. 3 घंटे तक चली चर्चा में विपक्ष और सत्ता पक्ष के कई नेता शामिल हुए. विपक्ष की ओर से स्मार्ट सिटी के चयन से लेकर गरीबों के रैन बसेरा, जलजमाव जैसे मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश हुई. चर्चा के बाद जब नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा सरकार की ओर से जवाब देने लगे तो विपक्ष सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाते हुए मंत्री के जवाब का बहिष्कार किया और सदन से वॉकआउट कर गए.
55 अरब से अधिक के बजट को मंजूरी
बिहार विधानसभा में नगर विकास विभाग पर किये गये चर्चा में आपदा विभाग, योजना एवं विकास विभाग, पीएचईडी के बजट को भी मंजूरी दे दी गई. नगर विकास विभाग के 55 अरब से अधिक के बजट को भी मंजूरी मिल गई. लेकिन चर्चा के दौरान आरजेडी के अब्दुल बारी सिद्दीकी और भोला प्रसाद यादव तो वहीं कांग्रेस के अवधेश सिंह ने सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के चयन में बिहारशरीफ को प्राथमिकता दी गई. लेकिन गया, दरभंगा जैसे शहर को नजरअंदाज कर दिया गया.