पटना: इंकलाबी नौजवान सभा और आइसा की भाकपा माले के नेताओं के साथ बैठक के बाद नेताओं ने बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दे पर आम सहमति बनाई. इस बैठक में नेताओं ने यह तय किया कि इन विषयों को लेकर वाम विचारधारा की तीनों दल विशेष अभियान चलाएगी. साथ ही प्रदेश भर में यात्रा निकालेगी.
पटना के छज्जू बाग में भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ इंकलाबी नौजवान सभा और आइसा की बैठक हुई. इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि बिहार में 8 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक शिक्षा रोजगार यात्रा निकाली जाएगी.
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एनडीए सरकार ने चुनाव के समय 19 लाख रोजगार देने का वादा किया था. लेकिन अब तक इस मुद्दे को लेकर सरकार ने कुछ नहीं किया है. बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है. शिक्षा की स्थिति बदहाल है. ऐसे में नए बिहार की सिर्फ एक पुकार है शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार. इसके लिए यह तय किया गया है कि पूरे बिहार में 8 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक शिक्षा रोजगार यात्रा निकाली जाएगी. गांव-गांव और कस्बे में जाकर स्वास्थ्य और शिक्षा ,रोजगार के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा. साथ ही आगामी 1 मार्च को बिहार विधानसभा मार्च किया जाएगा.-संदीप सौरभ, राष्ट्रीय महासचिव आइसा सह पालीगंज विधायक
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10 हजार रुपये प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दे सरकार
संदीप ने कहा कि आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा के सभी कार्यकर्ता और तमाम छात्र विधानसभा को घेरने का कार्य करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे विधायक विधानसभा के अंदर अपना विरोध दर्ज कराएंगे और सरकार के समक्ष अपनी मांगों को रखेंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि सरकार ने जो रोजगार देने का वादा किया था. उसके लिए सरकार जल्द से जल्द रोड मैप जारी करें. वहीं, बिहार में बेरोजगार नौजवानों को 10 हजार प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता दे. ग्रामीण रोजगार योजना के तर्ज पर सरकार शहरी रोजगार योजना की घोषणा करें.