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माननीय की भाषा से सदन की गरिमा हो रही तार-तार, बाहर एक-दूसरे को दे रहे नसीहत

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Published : Mar 15, 2021, 6:02 PM IST

सदन के अंदर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हों या नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव या फिर और कोई माननीय, सभी शब्दों की बाण की बौछार करने में लगे हुए हैं. तेजस्वी यादव जिस तरह से सरकार पर टिप्पणी कर रहे हैं. वह माननीय को पसंद नहीं आ रहा है. ऐसे में नेता एक-दूसरे को नसीहत देने में लगे हुए हैं.

Mangal Pandey and Tejashwi Yadav
मंगल पांडेय और तेजस्वी यादव

पटना:बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. सोमवार को सत्र का 18वां दिन है. सरकार द्वारा 2021-22 के लिए पेश किए गए बजट पर सदन के अंदर चर्चा हुई. इस दौरान नेताओं ने एक-दूसरे के लिए ऐसे शब्द कहे जिससे सदन की गरिमा तार-तार हुई. बाहर आते ही नेता एक-दूसरे पर गलती डालने में लग गए.

यह भी पढ़ें-तेजस्वी के बयान से सदन में हंगामा, सत्ता पक्ष ने कहा- ऐसी शर्त पर नहीं चलने देंगे सदन

सदन के अंदर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हों या नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव या फिर और कोई माननीय, सभी शब्दों के बाणों की बौछार करने में लगे हुए हैं. तेजस्वी यादव जिस तरह से सरकार पर टिप्पणी कर रहे हैं. वह माननीय को पसंद नहीं आ रहा है. ऐसे में नेता एक-दूसरे को नसीहत देने में लगे हुए हैं.

देखें रिपोर्ट

मनमर्जी से सदन चलाना चाहते हैं तेजस्वी
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करने को लेकर बीजेपी नेता और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा "सदन मर्यादा और नियमावली से चलता है, लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन को अपनी मनमर्जी के अनुसार चलाना चाह रहे हैं. जब विषयों पर सदन के अंदर चर्चा होती है तो वह सदन छोड़कर भाग जाते हैं. जब राज्य के विकास के लिए सदन के अंदर तथ्यों के साथ चर्चा होती है तो वो अनाप-शनाप शब्दों का इस्तेमाल कर बोलना शुरू कर देते हैं. इससे सदन में कटुता का भाव उत्पन्न होने लगता है.

"सदन कटुता का भाव पैदा करने की जगह नहीं है. सदन मर्यादा की जगह है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को याद रखना चाहिए कि बिहार की जनता मुख्यमंत्री को चुनकर सदन के अंदर भेजी है. इसलिए उनका सम्मान करना चाहिए."- मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री

संस्कार में मिली भाषा बोल रहे तेजस्वी
तेजस्वी यादव द्वारा लगाए जा रहे आरोप को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने भी पलटवार किया है. प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि सदन के अंदर जिस तरह से तेजस्वी यादव शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. वह उचित नहीं है.

"तेजस्वी यादव सदन के अंदर लालू यादव परिवार से संस्कार में मिली भाषा बोल रहे हैं. वह जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल सदन के अंदर कर रहे हैं उसकी हम घोर निंदा करते हैं. हम इसकी लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ेंगे."- दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता

सवाल पूछते हैं तो मंत्री को भाषा गलत लगती है
एनडीए नेताओं द्वारा तेजस्वी यादव पर लगाए जा रहे आरोप को लेकर आरजेडी ने पटवार किया है. आरजेडी नेता सुबोध राय ने कहा "सदन के अंदर जब हम लोग जनता से जुड़े सवाल मंत्री से पूछते हैं तो उन्हें भाषा गलत लगने लगती है. सदन के अंदर जब हम लोग आंकड़े के आधार पर सवाल पूछते हैं तो वे लोग आंकड़ों के आधार पर जवाब नहीं देना चाहते हैं."

आरजेडी नेता सुबोध राय

"मुख्यमंत्री कौन सी अच्छी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. सदन के अंदर मुख्यमंत्री भी विपक्षी दलों के नेताओं को नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं. जब उनसे सवाल किया जाता है तो वह 20 साल पीछे चले जाते हैं. उन्हें बताना चाहिए कि अभी तक क्या किया है. वह जबरदस्ती कर सदन के अंदर विपक्षी दलों के नेताओं को दबाना चाहते हैं. वह जमाना अब चला गया. नया जमाना है. नई पीढ़ी के युवा नेता जीतकर आए हैं. वे बिहार के विकास और लोगों की भलाई के लिए सरकार से सवाल पूछेंगे तो सरकार को जवाब देना होगा."- सुबोध राय, नेता आरजेडी

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