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कोरोना की दूसरी लहर में ही 'हांफ' रहा बिहार, तीसरी के लिए सरकार कितनी तैयार? बच्चे भी होंगे प्रभावित

बिहार में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार भले ही थोड़ी धीमी पड़ गई हो गई. लेकिन सरकार की चिंता अभी कम नहीं हुई है. सरकार से लेकर विषेशज्ञों तक को कोरोना की तीसरी लहर की चिंता है. जिसमें बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की शंका है और सरकार के पास इससे लड़ने के लिए ना तो प्रयाप्त मात्रा में संसाधन है और ना ही डॉक्टर्स.

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Published : May 20, 2021, 8:41 PM IST

नेता और डॉक्टर
नेता और डॉक्टर

पटनाः बिहार कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है. संक्रमण के मामलों में जरूर कमी आई है. लेकिन विशेषज्ञ सरकार को तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दे रहे हैं. तीसरी लहर में बच्चों पर प्रभाव पड़ने की संभावना है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि कोरोना की तीसरी लहरको देखते हुए सरकार कितनी तैयार है.

दरअसल अभी बिहार में चिकित्सा पदाधिकारी के कुल स्वीकृत पद 10609 हैं. जिसमें फिलहाल 6437 पद रिक्त हैं. राज्य में 61% चिकित्सकों के पद खाली पड़े हैं. बिहार में 1500 चाइल्ड स्पेशलिस्ट चिकित्सक होने चाहिए लेकिन फिलहाल राज्य के अंदर 550 के आस-पास ही चाइल्ड स्पेशलिस्ट हैं. यही वजह की कोरोना की तीसरी लहर को लेकर विशेषज्ञ अभी से सरकार को सचेत रहने की सलाह दे रहे हैं.

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बिहार में चाइल्ड स्पेशलिस्ट की है कमी
कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार में थोड़ी कमी आई है और सरकार राहत का सांस ले रही है. लेकिन विशेषज्ञों को अब तीसरी लहर की चिंता सताने लगी है. तीसरे लहर में बच्चों पर असर अधिक होगा इस बात की संभावना जताई जा रही है. तीसरे लहर से निपटने के लिए चाइल्ड स्पेशलिस्ट, बच्चों के लिए नेबुलाइजर और वेंटिलेटर की जरूरत होगी जो आज की तारीख में पर्याप्त नहीं है.

बिहार सरकार पूरी तरह लापरवाह है. राज्य में ना तो चिकित्सक है और ना ही संसाधन है. लोग भगवान भरोसे हैं सरकार सिर्फ कुर्सी बचाने में जुटी है- चंद्रशेखर सिंह, राजद नेता

चंद्रशेखर सिंह, राजद नेता

सरकार तीसरी लहर को लेकर गंभीर है हम तैयारियों में जुटे हैं. उपलब्ध संसाधनों में ही बेहतर नतीजे देने की सरकार कोशिश करेगी- दानिश रिजवान, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हम

दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता

तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर है. नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है और संसाधनों को भी इकट्ठा किया जा रहा है- मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री

मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री

'सराकर को पहले से रहना होगा सचेत'
वहीं, प्रख्यात चिकित्सक दिवाकर तेजस्वी का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सरकार को पहले से ही सचेत रहना चाहिए. बच्चों को लेकर संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस बार बच्चों पर अधिक असर होगा. ऐसे में सरकार को अलग-अलग साइज के नेबुलाइजर वेंटिलेटर और जरूरी दवाइयों की व्यवस्था पहले से ही करनी चाहिए.

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