पटना : दिल्ली में जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. नीतीश कुमार ने एक बार फिर से पार्टी की कमान संभाल ली है. जदयू में मचे हलचल पर सहयोगी दलों के साथ बिहार के विरोधी दल भाजपा की भी नजर है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने बातचीत में कहा ललन सिंह को पहले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था. हमें भी अफसोस है क्योंकि हमारे क्षेत्र के ही सांसद हैं. वहां की जनता को भी अफसोस है. लालू जी के संगत में जो गया उसका बर्बाद होना तय है.
ललन सिंह ने इस्तीफा क्यों दिया? इस सवाल पर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि ललन बाबू ने क्यों इस्तीफा दिया यह तो वही बता सकते हैं, या फिर नीतीश कुमार. लेकिन जिस व्यक्ति पर पार्टी और नेता का विश्वास नहीं रहे उस व्यक्ति को पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है. जिस प्रकार से विदाई की गई है हमें भी अफसोस है. वहां की जनता को भी अफसोस है. आखिर जब माहौल इस तरह का था तो ललन सिंह फिर पद पर बने रहने के लिए बेचैन क्यों थे. ललन सिंह ने एक दिन पहले कहा था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं. बीजेपी साजिश कर खबर चला रही है. इस पर विजय सिन्हा ने कहा कि बीजेपी कभी साजिश नहीं करती है.
क्याा लालू जी से नजदीकियां ललन सिंह पर भारी पड़ी? विजय सिन्हा ने कहा कि लालू जी की संगति में जो भी गया वह बर्बाद हो गया. बिहार को लालू जी के जिम्मे में सौंपा गया. बिहार को उन्होंने बर्बाद कर दिया. वह जदयू को बर्बाद करने में लगे थे, किसी दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बर्बाद कर दिया, इससे अधिक बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है.