पटना सिटी:कोरोना काल में न्यायालय का कामकाज ठप पड़ा हुआ है. इसको लेकर अधिवक्ताओं में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. सैकड़ों अधिवक्ताओं की स्थिति बद से बदतर है. ऐसे में वकीलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है.
लॉकडाउन में आर्थिक तंगी का शिकार हुए वकीलों ने किया प्रदर्शन, सरकार से मांगा सहयोग - वकीलों के जीवन पर कोरोना का असर
कोरोना और लॉकडाउन का व्यापक असर आम जनजीवन पर देखने को मिला है. न्यायिक काम बंद होने के कारण वकील भी आर्थिक तंगी का शिकार हो गए हैं.
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पटना सिटी व्यवहार न्यायालय के वकीलों ने सरकार से सहयोग की मांग की है. व्यवहार न्यायालय अधिवक्ता संघ के अधिवक्ताओं ने 10 अगस्त से सुचारू रूप से न्यायालय खोलने की भी मांग की. उन्होंने न्यायालय के पास धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया.
आर्थिक रूप से कमजोर हो गए वकील
धरने पर बैठे वकीलों ने कहा कि लॉकडाउन के कारण बीते 13 मार्च से न्यायालय बन्द है. जिसके कारण अधिवक्ताओं की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो गई. उनके सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. ऐसे में सरकार को अधिवक्ताओं की समस्या पर विचार कर न्यायालय को खोलने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए. मांग पूरी नहीं होने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी है.