पटनाःनये साल के आगमन होते ही बिहार की सियासत में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव छाये हुए हैं. लालू ने अपने ट्वीट और पार्टी की तरफ से जारी पोस्टरों के माध्यम से मीडिया की सुर्खियां बने हुए हैं. लेकिन पार्टी के पोस्टर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव गायब हैं. यानि चुनावी समर 2020 में नीतीश कुमार के सामने लालू का चेहरा रहेगा.
बिहार की सियासत में दो प्रमुख चेहरे हैं लालू यादव और नीतीश कुमार. राज्य के सबसे बड़े राजनीतिक घराने लालू राबड़ी परिवार के इर्द-गिर्द तीन दशक से सियासत हमेशा से घूमती रही है. लालू यादव फिलहाल चारा घोटाला मामले में रांची में सजा काट रहे हैं. लालू की अनुपस्थिति में अघोषित रूप से पार्टी की कमान तेजस्वी यादव के हाथ में है.
रिस्क लेने के मूड में नहीं हैं लालू
पूरे साल 2019 में पार्टी की बागडोर संभालने के बावजूद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार से लगभग गायब रहे. उनके विरोधी ही नहीं बल्कि पार्टी के नेता भी तेजस्वी के रवैये पर सवाल खड़े करते रहे हैं. वहीं, अब लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिली बुरी हार से उबारने के लिए लालू कोई भी रिस्क लेना नहीं चाह रहे हैं. लालू प्रसाद के आक्रामक रवैये को आरजेडी पोस्टर के जरिए जनता तक पहुंचाने में जुट गई है.
प्रदेश कार्यालय में लगे हैं कई पोस्टर
प्रदेश कार्यालय में लालू के विभिन्न पोज में पोस्टर लगाए गए हैं. जिससे एक बार फिर लालू धमाकेदार इंट्री और पार्टी को लालू का सहारा माना जा रहा है. हालांकि पार्टी के नेता एक सुर में दावा करते हैं कि लालू कहीं नहीं गए थे. पार्टी उनकी है और उनके पोस्टर अगर पार्टी ऑफिस में लगाए गए हैं तो इसमें कुछ भी नया नहीं है. लेकिन तेजस्वी यादव की भूमिका को लेकर कुछ भी साफ-साफ कहने से बचते रहे. पूर्व सांसद तनवीर हसन का कहना है कि पार्टी के सर्वमान्य नेता लालू यादव हैं. उनके बाद तेजस्वी पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं.