पटना:बंगले (लोजपा का चुनाव चिह्न) में लगी आग की इन दिनों काफी चर्चा है. आग ने बंगले के चिराग को ही जलाने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान बिहार की सियासत के तेजस्वी खामोश रहे. इसके पहले भी चुनिंदा नेताओं के मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने चुप्पी साधने का एक तरह से रिकॉर्ड बना लिया है.
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बिहार में पिछले लोकसभा चुनाव और उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अगर किसी एक नेता को प्रमोट किया तो वे थे तेजस्वी यादव. तेजस्वी को राजद भावी मुख्यमंत्री के तौर पर देखता है. पिछले दो साल में चाहे सीपीआई नेता कन्हैया कुमार हों या जाप नेता पप्पू यादव या लोजपा नेता चिराग पासवान. इन तीनों के मामले में लालू और तेजस्वी बेहद सावधानी बरतते हैं.
राजद नहीं करता दखलअंदाजी
बिहार की सियासत में इन दिनों चिराग पासवान का मामला चर्चा में है. लोजपा में आग लगी है. चिराग पासवान की तरफ सबकी निगाहें हैं, लेकिन बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी के सबसे बड़े नेता लालू यादव और तेजस्वी यादव खामोश हैं. खास तौर पर चिराग पासवान के मामले में दोनों ने पूरी तरह चुप्पी साध रखी है. इस बारे में राजद नेता और पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता कहते हैं कि राजद ने कभी भी दूसरे दल के अंदरूनी मामले में दखलअंदाजी नहीं की है.