पटना: जदयू में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. वहां घमासान मचा है. इसका असर महागठबंधन पर भी पड़ेगा. जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जदयू के नेताओं, अपनी पुरानी पार्टी रालोसपा के साथियों और महात्मा फुले समता परिषद के नेताओं के नाम से पत्र लिखा है. उन्हें पार्टी की स्थिति पर चर्चा करने के लिए बुलाया है.
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मनगढ़ंत कहानीः उपेंद्र कुशवाहा के पत्र पर ललन सिंह ने ट्वीट कर राजद के साथ डील और विलय को मनगढ़ंत कहानी बताई है. कहीं पर निगाहें, कहीं पर निशाना जद (यू.) के समर्पित एवं निष्ठावान कार्यकर्ता साथियों को दिग्भ्रमित करने का प्रयास है. "ना कोई डील है और ना ही विलय की बात". यह सिर्फ एक मनगढ़ंत कहानी है. उपेंद्र कुशवाहा ने ललन सिंह के ट्वीट पर कहा कि यह मनगढ़ंत कहानी नहीं है. मुख्यमंत्री 2025 में तेजस्वी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं डील हुई है.
डील पर रारः उपेंद्र कुशवाहा ने ललन सिंह के ट्विट पर सवाल उठाते हुए कहा कि मनगढ़त कहानी है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष बताएं कि मुख्यमंत्री जी ऐसा क्यों बोल रहे हैं. अगर ऐसी डील नहीं हुई है तो मुख्यमंत्री लगातार ऐसा क्यों बोल रहे हैं कि अब तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन चलेगा. उन्होंने अंदेशा जताया कि पार्टी के किसी प्लेटफार्म पर ऐसी चर्चा हुई है. तभी मुख्यमंत्री ऐसा बोल रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने ललन सिंह से कहा कि, अगर ऐसा नहीं है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष बोलें कि मुख्यमंत्री अपने मन से ऐसी बात कर रहे हैं. ऐसी कोई डील नहीं हुई है.
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हम चाहते हैं कि दल मजबूत हो: जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा हमने पत्र में सारी बातें साफ साफ लिख दी है. हमारी बातों पर मुख्यमंत्री ध्यान नही दे रहे हैं. राजद की ओर से जो डील हुई है वो मुझे जानना है. पार्टी कमजोर हो रही है. जब मेरी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया तब मैंने साथियों को बुलाया है. पार्टी में हर समाज के लोग हैं. पार्टी बर्बाद होगी तो कई लोगों के अरमान ध्वस्त होंगे. हम दल को छोड़ना नहीं चाह रहे हैं. हम चाहते हैं कि दल मजबूत हो.
राष्ट्रीय अध्यक्ष बताएं कि मुख्यमंत्री जी ऐसा क्यों बोल रहे हैं. अगर ऐसी डील नहीं है तो मुख्यमंत्री जी लगातार ऐसा क्यों बोल रहे हैं कि अब तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन चलेगा. जरूर कहीं ना कहीं कुछ ऐसी बात हुई होगी तभी मुख्यमंत्री ऐसा बोल रहे हैं. अगर ऐसा नहीं है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष बोलें कि मुख्यमंत्री जी अपने मन से ऐसी बात कर रहे हैं. ऐसी कोई डील नहीं हुई है - उपेंद्र कुशवाहा, अध्यक्ष, जदयू संसदीय बोर्ड