पटना: बिहार इन दिनों बाढ़ और कोरोना संक्रमण की गंभीर समस्या से जूझ रहा है. इसी बीच आगामी महीनों में विधानसभा चुनाव का भी आयोजन होना है. वहीं विपक्ष सरकार पर लगातार आरोप लगा रही है कि कोरोना महामारी और बाढ़ में भी गरीबों तक कोई मदद नहीं पहुंच रही है. राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जनता का ही पैसा आपदा की घड़ी में नहीं मिल रहा है.
विपक्ष के जवाबों पर जदयू नेता और बिहार सरकार के आपदा मंत्री ने बाढ़ संबंधित आंकड़ा जारी करते हुए कहा कि कुल 16 जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हुई है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में उत्पन्न समस्या पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पैनी नजर है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावित जनता को उचित सुविधा मुहैया करवाई जा रही है. विपक्ष का काम सिर्फ आरोप लगाना है. जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वोट की नहीं वोटरों की चिंता है.
आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय बिहार में बाढ़ से कुल 27 लोगों की मौत
आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने बताया कि सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया और सारण जिले के कुल 130 प्रखंड बाढ़ प्रभावित हैं. जिनमें कुल 1333 पंचायत शामिल है. इन जिलों में 8362451 प्रभावित और 550792 जनसंख्या बाढ़ मुक्त है. बाढ़ संकट ग्रस्त जिलों में कुल 6 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. राहत शिविरों में कुल 5186 लोग रह रहे हैं. वही बिहार सरकार के सहयोग से आपदा विभाग कुल 16 जिलों में 219 सामुदायिक रसोई संचालित कर रही है. जिसमें 178551 लोग प्रतिदिन सामुदायिक रसोई में भोजन कर रहे हैं. आपदा विभाग के आंकड़े के अनुसार इस वर्ष बाढ़ से कुल 27 लोगों की मौत हुई है. वहीं 88 मवेशी भी बाढ़ की भेंट चढ़ गए हैं.
बाढ़ पीड़ितों को 577.57 करोड़ रुपये का भुगतान
आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जीआर के माध्यम से अब तक के कुल 962617 बाढ़ पीड़ित परिवारों के खातों में 6000 रुपये की दर से कुल 577.57 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है. वहीं आपदा विभाग के अनुसार कोरोना महामारी के मद्देनजर राहत शिविरों में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत रखा जा रहा है. साथ ही महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की अलग व्यवस्था की गई है. सभी राहत शिविरों में मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की गई है. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थल का निरीक्षण कर चिन्हित कर लोगों को पहुंचाया जा रहा है. बिहार के 16 बाढ़ प्रभावित जिलों में 26 एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम की तैनाती की गई है. वही शेष बचे टीमों को बक्सर और भोजपुर में तैनात किया गया है.