पटना: सरकार विकास के तौर पर भले ही लाख दावा करे पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है. इसकी बानगी राजधानी स्थित बिंद टोली इलाके में देखने को मिली. यहां पर रहने वाले तकरीबन 3 हजार लोगों के बीच न तो सड़क है और न ही स्कूल है. यहां तक की इस इलाके में आंगनबाड़ी केंद्र भी नहीं है. ईटीवी भारत टीम ने जब यहां का जायजा लिया तो स्थानीय लोगों ने अपनी परेशानी सुनाई.
पुल न होने से बढ़ी परेशानी
बिंद टोली इलाका गंगा के किनारे बसा हुआ है और यह पटना के कुर्जी मुख्य सड़क से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित है. लेकिन दोनों के बीच गहरे नाले होने के चलते लोगों को घूम कर जाना पड़ता है. ज्यादा दूरी तय करने पर इनकी परेशानी काफी बढ़ जाती है और बारिश के समय इस क्षेत्र के अधिकतर हिस्से जलमग्न हो जाते हैं. यहां के लोगों की मानें तो स्थानीय बीजेपी के विधायक संजीव चौरसिया ने चुनाव के समय लोगों को गहरे नाले पर पुलिया बनाने की बात कही थी. लेकिन चुनाव जीतने के बाद एक बार भी वह इस इलाके में नहीं आए.