पटना: बिहार में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. स्थिति को देखते हुए राज्य में दोबारा लॉकडाउन लागू है. राज्य में बस सेवाएं अभी तक नहीं शुरू की गई हैं. इसके बावजूद बड़ी संख्या में पटना एयरपोर्ट पर मजदूर पहुंच रहे हैं. लॉकडाउन में भी प्रवासी हवाई यात्रा कर मजदूरी करने जा रहे हैं.
अधिकांश मजदूरों का यह कहना है कि बिहार में रोजगार नहीं है. हम जहां पहले काम करते थे उसी कंपनी ने हमें टिकट देकर वापस बुलाया है. इसलिए वे काम पर वापस जा रहे हैं. सुपौल के मोहम्मद कलीम ने बताया कि वे काम करने के लिए श्रीनगर जा रहे हैं. वे कारीगर हैं. वहां अच्छा खासा पैसा मिल जाता है.
फेल साबित हुए सरकार के दावे
लॉकडाउन के समय बिहार वापस आए मजदूरों ने कहा कि ज्यादा दिन तक घर पर रहना ठीक नहीं है क्योंकि यहां मजदूरी नहीं मिलती है. पैसे की काफी तंगी हो गई है. सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली है ऐसे में वापस काम पर जाने के अलावा विकल्प नहीं है. मोतिहारी से चेन्नई जा रहे सोमनाथ प्रसाद ने बताया कि वे चेन्नई की प्लास्टिक कंपनी में काम करते हैं. उनके साथ और 30 लोग चेन्नई जा रहे हैं. कंपनी ने उन्हें टिकट दिया है.
काम पर लौट रहे प्रवासियों ने बताई आपबीती 'कोरोना से न सही लेकिन भूख से मर जाएंगे'
वहीं, सुपौल से श्रीनगर जा रहे मोहम्मद अनवर ने परेशानी बताते हुए कहा कि यहां कोई रोजगार नहीं मिलता है. पैसे की अब काफी तंगी हो गयी है. उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन पेट तो मानने वाला नहीं है. बता दें कि पटना एयरपोर्ट का नजारा लॉकडाउन के समय में पटना जंक्शन से थोड़ा भी अलग नहीं दिख रहा है. पटना जंक्शन की तरह ही मजदूर पटना एयरपोर्ट पर बैठकर हवाई जहाज का इंतजार करते नजर आते हैं.