पटना: बिहार में हो रही लागातार भारी बारिश के कारण प्रदेश के कई जिले में लोग बाढ़ से बेहाल हैं. बेतिया, शेखपुरा ,गोपालगंज सहित कई जिलों में बाढ़ के कारण जनजीवन प्रभावित है. गोपालगंज और बेतिया के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. जल संसाधन विभाग के अनुसार कोसी, गंडक, बागमती, महानंदा नदियों का जलस्तर अभी भी खतरे के लाल निशान से ऊपर है. वहीं, उत्तर बिहार की कई अन्य नदियों का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर है.
30 सितंबर को इस प्रकार रहा नदियों का जलस्तर
- गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से अब 54 सेंटीमीटर ऊपर है. कहलगांव में 12 सेंटीमीटर और फरक्का में खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर ऊपर है.
- पुनपुन नदी का जलस्तर श्रीपालपुर में खतरे के निशान से 46 सेंटीमीटर नीचे है.
- घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से नीचे है.
- गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 56 सेंटीमीटर ऊपर है. रेवा घाट में खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर नीचे है.
- बूढ़ी गंडक का जलस्तर रोसड़ा में खतरे के निशान से 53 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, समस्तीपुर में खतरे के निशान से नीचे है. खगड़िया में खतरे के निशान से 21 सेंटीमीटर ऊपर है.
- बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान पर है. जबकि रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 186 सेंटीमीटर ऊपर है पर है और बेनीबाद में 86 सेंटीमीटर ऊपर है.
- अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान 105 सेंटीमीटर नीचे है.
- कमला बलान नदी का जलस्तर जयनगर में खतरे के निशान से 05 सेंटीमीटर ऊपर है. झंझारपुर में खतरे के निशान से 41 मीटर ऊपर है.
- कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 110 सेंटीमीटर ऊपर है. कुर्सेला में खतरे के निशान से 09 सेंटीमीटर ऊपर है.
- महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 43 सेंटीमीटर ऊपर है. झावा में खतरे के निशान से 82 सेंटीमीटर ऊपर है.
- परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 98 सेंटीमीटर ऊपर है.