पटना: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने पूरी अराजकता फैला रखी है. उनके लिए नियम और मान्य प्रक्रिया का कोई मायने नहीं. बल्कि मुख से निकले शब्द ही कानून हैं. यह कहना है पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी का. उन्होंने ने कहा कि सैंकड़ों लोगों को तरह-तरह के आरोप में नोटिस दिये गए. शिक्षकों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो रहा है. मुख्यमंत्री पूरे प्रकरण पर चुप्पी साधे हुए हैं.
"शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के कारण विभाग में अराजक स्थिति पैदा हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब अपनी चुप्पी तोड़े."- सुशील मोदी, राज्यसभा सदस्य, भाजपा
अधिक संख्या में रिजल्ट जारी करे बीपीएससीः बिहार में 1 लाख 22 हजार शिक्षक बीपीएससी की परीक्षा में पास हुए हैं, लेकिन हजारों की संख्या में शिक्षकों ने योगदान नहीं दिया. इसको लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि शिक्षकों के खाली रह गए पदों पर नियुक्ति के लिए बीपीएससी को 4700 की जगह 40 हजार से अधिक पदों के लिए पूरक परिणाम जारी करने चाहिए, ताकि अभ्यर्थियों को नियुक्ति के तीसरे चरण की प्रतीक्षा नहीं करनी पड़े.