पटना: बिहार के सरकारी स्कूलों के लिए शिक्षा विभाग ने 2024 के लिए अवकाश कैलेंडर जारी किया. कैलेंडर में हिंदु पर्व पर छुट्टियों में कटौती की गयी है. नया छुट्टी कैलेंडर जो जारी किया गया है उसमें हिंदू और मुस्लिम वर्ग के लिए अलग-अलग छुट्टियां घोषित की गई है. इस पर चौतरफा विरोध हो रहा है. इस मुद्दे पर विपक्ष भी सरकार को घेरने का प्रयास कर रहा है. शिक्षक भी नाराज हैं. अब अभिभावक भी विरोध करने लगे हैं.
छुट्टी का कैलेंडर फिर से जारी करेंः पटना के इनकम टैक्स गोलंबर पर शनिवार को ऑल इंडिया अभिभावक संघ ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का पुतला फूंका. अवकाश कैलेंडर को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इस मौके पर भाजपा के युवा नेता अमित कुमार भी मौजूद रहे. अमित ने कहा कि विभाग छुट्टी कैलेंडर पर पुनः विचार करके जारी करें. शिक्षा के मंदिर में इस तरह से जात पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके हाथों से तमाम चीजें निकलती जा रही है.
"केके पाठक हमेशा अपने कारनामों से सुर्खियों में रहते हैं. छुट्टी कैलेंडर घोषित की गयी है इसमें सरासर के के पाठक का दोष है. उन्होंने हिंदुओं के साथ छलावा किया है. केके पाठक के इस कैलेंडर से हिंदुओं को काफी ठेस पहुंचा है. हम लोगों का मानना है कि दोनों समुदाय को ध्यान में रखते हुए एक कैलेंडर घोषित किया जाए. तुष्टिकरण की राजनीति करना बंद करें."- अमित कुमार, भाजपा युवा नेता
जाति के नाम पर बंटवाराः अमित कुमार ने कहा कि जाति, धर्म पर नेताओं के द्वारा राजनीति की जाती है, लेकिन अब तो बिहार के शिक्षा विभाग राजनीति कर रहा है. शिक्षा विभाग के मंत्री जो खुद रामायण पर बयान देकर सुर्खियों में रहते हैं, उनको समझ होनी चाहिए कि हर जाति धर्म के लोग शिक्षक हैं. शिक्षा मंत्री प्रोफेसर हैं, लेकिन उनको जानकारी ही नहीं है कि गुरु के ज्ञान के बिना जीवन अधूरा है. गुरु में ही जाति के नाम पर बंटवारा करने का काम कर रहे हैं.