पटना (धनरुआ):राजधानी पटना के खेतों में इन दिनों रबी फसल की कटाई शुरू हो चुकी है. ऐसे में कृषि मंत्रालय की ओर से सभी जिलों के जिलाधिकारी और कृषि अधिकारी को गांव-गांव में पराली प्रबंधन और फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं. जिसके अनुसार, गांव-गांव में किसान चौपाल लगाकर किसानों के बीच उन्हें फसल अवशेष प्रबंधन को लेकर जागरूक करेंगे. इसी कड़ी में सोमवार से विशेष किसान चौपाल शुरू हो गया है. राज्य कृषि विभाग द्वारा 11 से 17 अप्रैल तक गांव-गांव में विशेष किसान चौपाल का आयोजन (Kisan Choupal Organizing in Dhanarua) किया जाएगा.
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किसान जागरुकता रथ: राजधानी पटना के धनरूआ प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में सोमवार से किसान जागरुकता रथ घूम रहा है. पहले दिन धनरूआ के डेवां पंचायत के विभिन्न गांव में जन जागरुकता अभियान चलाया गया है. जहां बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम के दौरान किसानों के बीच जागरुकता लाने के मकसद से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
फसल अवशेष जलने सेस्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव: विभाग की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि प्रायः ऐसा पाया जा रहा है कि फसल कटने के बाद किसान खेतों में अवशेष जला देते हैं. इस कारण मिट्टी के पोषक तत्वों की क्षति, मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ की क्षति, में जीवाणुओं में कमी और हानिकारक गैसों का उत्सर्जन होता है. इसका मानव स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है इस कारण सांस लेने में समस्या आंखों में जलन की समस्या उत्पन्न हो रही है. ऐसे में जरूरी है कि किसानों को जागरूक किया जाए और खेतों की फसल कटने के बाद अवशेष जलाने पर रोक लगाई जाए.