पटना: लॉकडाउन के लागू होने के बाद आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है. इसका सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों पर देखने को मिल रहा है. ऐसे हालात में कई सामाजिक संगठन बेसहारों और गरीबों के बीच भोजन और अन्य जरूरी सामानों का वितरण कर रहे हैं. इसी क्रम में बिहटा में किन्नर भी गरीबों के बीच घर-घर जाकर फूड पैकेट का वितरण कर रही है.
लॉकडाउन के दौरान खुद से भोजन बनाकर बांंट रही किन्नर, बोली- 'यजमान को भूखे नहीं देख सकते हम'
पटना से सटे बिहटा में किन्नरों ने समाज के लिए एक मिशाल पेश करते हुए. बेसहारों के लिए खुद से भोजन बना कर वितरण किया. किन्नरों ने कहा कि गरीब हो चाहे अमीर सभी सामान्य लोग हमारे यजमान हैं. हमलोग यजमान को भूखे नहीं देख सकते हैं. उन्हीं लोगों से हमारा जीवनयापन होता है.
'खुद से बना रही है भोजन'
इसको लेकर मानसी किन्नर और बिधनी किन्नर ने बताया कि इस वक्त देश संकट से गुजर रहा है. पीएम के अपील के बाद इस महामारी से लड़ने के लिए पूरा देश एकजुट खड़ा है. लॉकडाउन के दौरान कई गरीबों को दो वक्त के खाने के भी लाले पर गए हैं. इसलिए हमलोग खुद से पुड़ी-सब्जी बनाकर उसे गरीबों की झोपड़ियों तक पहुंच कर वितरित कर रहे हैं.
'बिटेश्वरनाथ मंदिर रसोई में बनाया खाना'
किन्नरों ने बताया कि कोरोना की वैश्विक महामारी के इस दौर में क्या आम और क्या खास सभी लोग भेदभाव को भूलकर एकसाथ खड़े हैं. लोग गरीबों की मदद के लिए अपना हाथ आगे बढ़ा रहे हैं. इसलिए हमलोगों ने पूरी पवित्रता के साथ बिहटा स्थित बाबा बिटेश्वरनाथ मंदिर रसोई में जाकर खुद से खाना को तैयार किया है. बने हुए खाना को बिहटा के डोमिनिया पुल के नीचे रह रहे गरीबों में वितरित कर रहे हैं. किन्नरों ने बताया कि वे आगे भी गरीबों की मदद करती रहेंगी. इस विपदा की घड़ी गरीबों की सेवा नारायण सेवा के समान है. उनलोगों से जितना संभव हो सकेगा वे लोगों की सेवा करती रहेगी. मानसी किन्नर, बिधनी किन्नर और करुणा किन्नर ने बताया कि हम लोगों को सुकून मिल रहा है कि हमजैसे लोग भी जनमानस के लिए कुछ कर पा रही हैं. गरीबों के लिए हम लोग पूजा पाठ भी कर रहे हैं. हमलोग यजमान से ही जीते हैं और आज हमारा यजमान मुसीबत में है. इसलिए हमलोग भी लोगों की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर हैं.