मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी एकजुटता. पटना: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. कांग्रेस पार्टी को बड़े मतों के अंतर से जीत हासिल हुई है. जीत से कांग्रेसी नेता खासे उत्साहित हैं. 2024 लोकसभा चुनाव में भी बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद जता रही है. इधर नीतीश कुमार भाजपा विरोधी दलों को एक फोरम पर लाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में राजनीतिक विश्लेषक भी मान रहे हैं कि कांग्रेस को मिली जीत से महागठबंधन का समीकरण उलझ सकता है.
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"चुनाव के नतीजों के बाद महागठबंधन में नेतृत्व को लेकर उलझन होगी. पहले नीतीश कुमार के नाम पर दावे किए जा रहे थे लेकिन अब कांग्रेस का उत्साह भी बढ़ा है. इसलिए पार्टी चाहेगी कि राहुल गांधी के नेतृत्व में ही चुनाव हो"- डॉ संजय कुमार, राजनीतिक विश्लेषक
कर्नाटक में जीत के बाद कांग्रेस नेता उत्साहितः कांग्रेस के नेता पार्टी के बढ़ते ग्राफ को लेकर उत्साहित दिख रही है. कांग्रेस पार्टी को लग रहा है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में आगे बढ़ा जा सकता है, तो जदयू नेताओं को नीतीश कुमार पर भरोसा है. जदयू नेता मानते हैं कि नीतीश कुमार ही पीएम मोदी को चुनौती दे सकते हैं. इन सबके बीच दावों का दौर शुरू हो गया है. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि कांग्रेस की जीत से महागठबंधन को ताकत मिली है और नीतीश कुमार जी मुहिम को लेकर आगे बढ़ रहे थे उसे भी धार मिलेगी.
महागठबंधन ताकतवर हो रहाः राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि हम विपक्षी एकता को लेकर संकल्पित हैं. चुनाव के नतीजों से यह साबित हुआ है कि महागठबंधन ताकतवर हो रहा है. 2024 के चुनाव में हम भाजपा को उखाड़ फेकेंगे. महागठबंधन नेताओं के दावों को भाजपा ने खारिज किया है. भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि हम कर्नाटक में भले ही चुनाव हारे हैं लेकिन लोकसभा चुनाव में हमारा दावा कमजोर नहीं है. नरेंद्र मोदी को चुनौती देने वाला कोई नहीं है. 2024 में हम बड़े मतों के अंतर से जीते थे. पहले भी हम राज्यों के चुनाव हारे हैं लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजे हमारे पक्ष में आए हैं.