पटना:बुधवार अहले सुबह पटना से सटे बिहटा प्रखंड के हजारों लोग बोल बम का नारा लगाते हुए ऐतिहासिक मंदिर बाबा बिटेश्वरनाथ धाम पहुंचे. इस दौरान आकर्षक 54 फीट का कांवर निकाला गया. बोल बम और हर-हर महादेव के नारे से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया. कांवरियों के लिए प्रखंड प्रमुख मानती देवी की तरफ से भंडारा का भी आयोजन किया गया था.
बिहटा की सड़कों पर हजारों कांवरियां की भीड़ देखने को मिली. हाथों में 54 फीट का कांवर लोगों के लिये आकर्षण का केंद्र बना था. कांवर के आगे गणपति की मूर्ति लगाई गई थी. पूरे कांवर की मोर पंख और फूल माला से सजावट की गई थी. कांवर के आकर्षण को देख हर कोई एक बार उसे छूने के लिये बेचैन था.
पिछले 9 साल से चली आ रही ये परंपरा पिछले 9 साल से चली आ रही ये परंपरा
दरअसल, पटना का डाक कांवर संघ 2011 से हर साल भादो मास में 54 फीट का कांवर लेकर बिहटा स्थित बाबा बिटेश्वरनाथ धाम पहुंचता है और भगवान शंकर को जल चढ़ाता है. पिछले 9 साल से लगातार कांवर लेकर आ रहे कांवरियों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है. इस बार भी बिहटा की सड़कों पर 54 फ़ीट के कांवर के साथ कांवरियों का हुजूम दिखा. क्या महिला क्या पुरुष, हर कोई कांवर के साथ भगवान शंकर को जल चढ़ाने बिहटा पहुंचा था.
ऐतिहासिक बाबा बिटेश्वरनाथ मंदिर में जलाभिषेक
54 फीट का कांवर लेकर करीब 20 हजार से ज्यादा महिला और पुरुष कांवरियां बिहटा पहुंचे थे. गेरुए रंग के वस्त्र धारण कर सभी कांवरिये बोल बम के जयकारे के साथ मंदिर परिसर पहुंचे और भोले बाबा पर जलाभिषेक किया. इस मौके पर डाक कांवरिया संघ के सचिव कमलेश कुमार दुबे ने बताया कि संघ पिछले 9 सालों से लगातार कलेक्ट्रियट घाट से जल लेकर 54 फ़ीट के कांवर के साथ बिहटा पहुंचते है. ऐतिहासिक बाबा बिटेश्वरनाथ मंदिर में जल चढ़ाकर अपनी मनोकामना पूर्ण करते हैं.
54 फीट का कांवर पहुंचा बाबा बिटेश्वरनाथ मंदिर प्रशासन की उदासीनता से कांवरिया नाराज
भीड़ को देखते हुए इस बार पुलिस प्रशासन की ओर से कोई खास व्यवस्था नहीं होने के कारण कांवरियों में थोड़ी नाराजगी दिखी. कांवरियों का कहना था कि हर साल की तरह इस बार सुरक्षा के खास बंदोबस्त नहीं है. वहीं, मंदिर प्रबंधन की तरफ से भी कांवरियों की सुरक्षा के लिए व्यवस्था नहीं की गई है.