नई दिल्ली:कांग्रेस में शामिल होते ही जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ( Kanhaiya Kumar ) ने पुराने तेवर में संघ और मोदी पर हमला बोला. उन्होंने एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश को बचाने के लिए सभी देशवासियों को सामने आना होगा. उन्होंने कहा कि दिवाल पर बैठकर टुकुर-टुकुर मुंह ताकने का वक्त नहीं है. सबको मिलकर काम करना होगा, तब ही देश को बचाया जा सकता है.
दरअसल, कांग्रेस में शामिल होने से पहले कांग्रेस बवाल मचा हुआ था. कई कांग्रेसी विरोध कर रहे थे. इस बीच बीजेपी नेता कांग्रेस को 'डुबती हुई नाव' बता रहे थे. इसी सवाल के जवाब में कन्हैया ने कहा कि कौन क्या कहा रहा, क्या कर रहा है. इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. सबको एक साथ काम करना होगा, तब ही देश और सियासत को बचाया जा सकता है.
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कन्हैया कुमार ने कहा कि जो लोग कह रहे हैं कि विपक्ष कमजोर हो गया है. यह सिर्फ विपक्ष की चिंता की बात नहीं है. यह मैं नहीं कह रहा हूं कि कोई शास्त्र, कोई किताब उठाकर देख लीजिए, जब विपक्ष कमजोर हो जाता है तो सत्ता तानाशाही रुख अख्तियार कर लेती है.
मुझे यह बात सीधे तौर पर कर रहा हूं कि लोकसभा में 545 में से 200 लगभग ऐसी सीटें हैं, जहां बीजेपी के सामने कांग्रेस के अलावा कोई विकल्प नहीं है. अगर सबसे बड़ी पार्टी को नहीं बचाया गया, अगर बड़े जहाज को नहीं बचाया गया तो छोटी-छोटी कस्तियां भी नहीं बचेंगी.
कन्हैया ने आगे कहा कि जिस पार्टी में मैं पला-बढ़ा, उसका आभार प्रकट करता हूं. उसने मुझे सिखाया, पढ़ाया, लड़ने का जज्बा दिया. देश में जो वैचारिक संघर्ष छिड़ा है, उसे कांग्रेस पार्टी ही नेतृत्व दे सकती है. युवाओं से कहना चाहता हूं कि दीवार पर बैठकर टुकुर-टुकुर ताकने का वक्त नहीं है. कांग्रेस पार्टी एक बड़ा जहाज है, अगर कांग्रेस पार्टी बचेगी तो लाखों-करोड़ों युवाओं का आकांक्षाएं बचेंगी, भगत सिंह का भारत बचेगा. इसी आशा और उम्मीद के साथ इस पार्टी से जुड़ा हूं.