कटिहार: कृषि कानून को लेकर पिछले 20 दिनों से देश के विभिन्न राज्यों के किसान दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं. केन्द्र सरकार से कृषि विधेयक को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. किसानों के समर्थन में अब राजनीतिक पार्टियां भी सड़कों पर उतर कर कृषि बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं.
किसानों के समर्थन में उतरे कांग्रेस विधायक
किसानों के मांगों को लेकर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ना शुरू हो गया है. सूबे में किसान आंदोलन के समर्थन में महागठबंधन के नेता सड़कों पर उतर आए हैं. इसी कड़ी में कटिहार के कदवा से कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान विभिन्न मुद्दों को लेकर डंडखोरा प्रखंड मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया.
सूबे में अफसरशाही का बोल बाला, कोई भी काम बिना पैसों के संभव नहीं
जिले के डंडखोरा प्रखंड मुख्यालय में कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया. जिसमें किसान आंदोलन मुख्य मुद्दा रहा. साथ ही विधायक शकील अहमद ने बिहार में सरकार के ऊपर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि बिहार में न सिर्फ किसानी बदहाली के दौर में पहुंच गई है. बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य स्तर भी पूरे प्रदेश का आईसीयू में पहुंच चूका है. वहीं, बिहार में अफसरशाही और भ्रष्टाचार अपने चरम पर है. विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि 'यहां कोई भी काम बगैर पैसे का नहीं किया जाता'. वहीं, दिल्ली के सीमा पर पिछले 20 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन को लेकर उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कृषि कानूनों को वापस ले लेते हैं तो किसानों की समस्या समाप्त हो जाएगी.