पटना:भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पांचवीं पुण्यतिथि के मौके पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने उन्हें नमन किया. इस मौके पर हम संरक्षक मांझी ने एक बार फिर एनडीए की पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का दावा किया. साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. वहीं मांझी ने I.N.D.I.A गठबंधन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला. पूर्व सीएम ने इंडिया गठबंधन को घमंडिया गठबंधन भी कहा.
ये भी पढ़ें- Bihar politics: 'मुख्यमंत्री बना कर सोचे थे मैं कठपुतली की तरह उनके इशारे पर काम करूंगा'- मांझी का नीतीश पर निशाना
मांझी ने अटल का जिक्र कर नीतीश को घेरा : अटल सरकार में नीतीश कुमार के उनके साथ रहने और वर्तमान में एनडीए से अलग हो जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगल हैं तो उनको सोचना चाहिए. वैसे लोगों के साथ हैं, जिनको उन्होंने कहा था कि जंगल राज हैं. वैसे लोगों के साथ रहकर नीतीश कुमार अपनी छवि का खराब कर रहे हैं.
"नरेंद्र भाई मोदी जी के उद्गार विचार का एक चिन्ह है कि सबको लेकर चलने की बात करते हैं. आज उनको बहुमत है, किसी तरह की साथ की जरूरत नहीं है और आगे आने वाले दिन में उनको पूर्ण बहुमत मिलेगा. लेकिन वो सब समाज के लोगों को, सब क्षेत्र के लोगों को साथ लेकर भारत का संपूर्ण विकास करना चाहते हैं. इसलिए सबको साथ लेकर चलने की बात करते हैं. यही मंशा अटल बिहार वायपेयी की थी. अटल बिहार वायपेयी के चरण चिन्हों पर चलने का इन्होंने संकल्प लिया है. और उसके आधार पर वो चल रहे हैं. यह काबिले तारिफ है, इसलिए हम इनकी प्रशंसा करते हैं."- जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
मांझी ने खरगे को बताया 'घमंडिया' :कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा पीएम मोदी को अहंकारी बताने वाले बयान पर बोलते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि, कहने को तो कोई भी कह सकते हैं, इसलिए तो हमलोग उनको घमंडिया करते हैं. उनका क्या आधार है, किस आधार पर वो करते हैं. आज अगर देश में कहा जाए और खासकर वैसे राज्यों में जहां भाजपा का राज नहीं है. खास तौर से बिहार में आज भ्रष्टाचार है, स्टीमेट घोटाला है.
बिहार की कानून व्यवस्था पर भी उठाए सवाल :मांझी ने बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि, 1700 करोड़ का पुल बना है और धंस जाता है. पदाधिकारी बिना घुस के काम नहीं कर रहे हैं. मर्डर पर मर्डर हो रहा है. वैसी परिस्थिति में वे लोग जात कि बात करते हैं और नरेंद्र मोदी जात की बात नहीं करते हैं, जमात की बात करते हैं. समूचे देश को एक करके चलने की बात करते हैं.