पटना: बिहार के पूर्णिया में महागठबंधन की रैली (Mahagathbandhan rally in Purnea ) में बीजेपी हमला के साथ घटक दलों ने एक दूसरे को भी निशाने पर लिया. खासकर जीतनराम मांझी पर इशारे-इशारे में भी निशाना साधा गया. रैली में पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी कम से कम दो दलों के निशाने पर रहे. हालांकि मांझी भी रैली में मंच पर थे और उन्हें भी बोलने का मौका दिया गया. फिर भी जीतन राम मांझी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार के निशाने पर रहे.
ये भी पढ़ेंः Mahagathbandhan rally: 'चाचा जी रोजगार चाहिए'.. पूर्णिया रैली में युवाओं ने लगाये नीतीश विरोधी नारे, पुलिस से झड़प
मंच पर जीतन राम मांझी भी थे उपस्थितः महागठबंधन की रैली में एक तरफ जहां सभी राजनीतिक दलों ने बीजेपी पर जमकर प्रहार किया. वहीं दूसरी तरफ सत्तासीन घटक दल भी एक दूसरे पर वार करते हुए नजर आए. हमला भले ही इशारे ही इशारों में था, लेकिन उसमें एक संदेश निहित था. महागठबंधन की इस रैली में राज्य में सत्तारूढ़ सभी दलों के बड़े नेता उपस्थित थे और सब को बारी-बारी से बोलने का मौका भी दिया गया. इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह और सीएम नीतीश कुमार ने मांझी को आड़े हाथो लिया.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने साधा निशानाः रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने बीजेपी पर हमला किया. इसके बाद उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार को आगे बढ़ाने की बात कही. इसी क्रम में उन्होंने इशारों ही इशारों में बड़ी बात भी कह दी. दरअसल अखिलेश प्रसाद सिंह ने यह कहा कि यहां भी ऐसे लोग हैं जो इधर-उधर देखते रहते हैं. इससे मंच पर उपस्थित नेता गंभीरता से लेने लगे.