पटना : कोरोना के खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने जेलों में बंद सजायाफ्ता कैदियों को अच्छे व्यवहार की वजह से छोड़ने का जो निर्देश जारी किया है. उस पर आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र का कहना है कि इस महामारी के समय में लालू यादव अगर जेल से बाहर होते, तो बिहार की फिजा ही कुछ और होती. बिहार के गरीब लोग भूख से नहीं मरते. लालू यादव बाहर होते तो बिहार के गरीब लोगों का मनोबल ऊंचा रहता.
लॉकडाउन में लालू यादव अगर बाहर होते तो बिहार की फिजा कुछ और होती- भाई वीरेंद्र - लॉकडाउन के दौरान लालू यादव
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के निर्देश के आलोक में आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता और विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सजायाफ्ता कैदियों को अच्छे व्यवहार की वजह से पैरोल पर छोड़ने का फैसला लिया है. लालू यादव पहले भी पैरोल पर छूट चुके हैं. इस महामारी के समय में वह अगर घर पर रहते तो ज्यादा सुरक्षित रहते.
'घंटी, थाली और दीये से नहीं भागेगा कोरोना'
आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता और विधायक भाई वीरेंद्र ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना भगाने के लिए देश में घंटी, थाली और दीये जलाए जा रहे हैं. इससे कहीं कोरोना भागेगा. भाई वीरेंद्र ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के निर्देश का हवाला देते हुए कहा कि जो सजायाफ्ता कैदी जेल में या अस्पताल में ज्यादा दिन बिता चुके हैं, उन कैदियों को इस महामारी के समय में छोड़ देना चाहिए.
जेडीयू पर हमला
झारखंड सरकार की तरफ से सोमवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है. भाई वीरेंद्र ने उम्मीद जताई है कि इस कैबिनेट बैठक में लालू यादव को पैरोल पर छोड़ने का निर्णय झारखंड सरकार ले सकती है. जेडीयू पर निशाना साधते हुए कहा कि जेडीयू हमेशा लालू यादव के नाम से ही राजनीति चमकाने का काम करता है. जेडीयू पूरी तरह से भ्रष्ट और घोटालेबाज पार्टी बनकर रह गई है.