पटनाःमहागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. महागठबंधन की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस से पहले हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है. मांझी ने धमकी भरे लहजे में कहा है कि अगर उनकी मांग महागठबंधन में नहीं मानी जाती है तो भविष्य की गठबंधन सरकार में शामिल नहीं होंगे.
मांझी की महागठबंधन से बड़ी मांग
मांझी ने कहा कि यदि महागठबंधन की सरकार बनती है, तो उनकी एक सीएम और दो डिप्टी सीएम वाली बात माननी होगी. इसमें तीन समुदाय को जगह दी जायेगी. पिछड़ा/अतिपिछड़ा, अनुसूचित जाति/जनजाति, अल्पसंख्यक के लोग इसमें शामिल होंगे. खास बात यह है कि महिला की भी भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी. मांझी ने कहा कि इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से बात करेंगे. मांझी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि यदि हमारी बात नहीं मानी गई तो सरकार को नहीं मानेंगे. साथ ही उस सरकार में शामिल नहीं होंगे.
अपने आवास पर मीडिया को संबोधित करते पूर्व सीएम जीतन राम मांझी रघुवंश के बयान का कोई मतलब नहीं
महागठबंधन में जदयू के शामिल होने की बात पर मांझी ने कहा कि आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव हैं. उनकी बात को ही तवज्जो देना चाहिए. रघुवंश प्रसाद सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल होने का न्योता देते हैं. वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नीतीश कुमार के नाम पर विरोध करते हैं. मांझी ने कहा कि इस मुद्दे पर बयान देकर रघुवंश प्रसाद पलट गए.
विरोध के बाद भी BJP-JDU साथ-साथ
पूर्व सीएम ने कहा कि एनडीए में जदयू को लेकर रस्साकशी चल रही है. जदयू कई विवादित मुद्दे को लेकर एनडीए में विरोध कर रहा था, लेकिन एनडीए ने वही किया जो उसे करना था. जदयू ने 35 ए, तीन तलाक से लेकर एनआरसी पर विरोध किया. इसके बावजूद बीजेपी-जदयू साथ में है, जिसे देख आश्चर्य होता है. मांझी के मुताबिक बीजेपी यह सोचकर चल रही होगी कि, साथ नहीं देने पर जदयू से बदला लेंगे. ऐसी परस्थिति में निर्णय जदयू को लेना है. नीतीश कुमार को सोचना है कि बीजेपी का साथ छोड़ना है या नहीं. मांझी ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर सीएम नीतीश कुमार का महागठबंधन में स्वागत करेंगे.