पटना:विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर अब जदयू की तरफ से अभियान शुरू हो गया है. युवा जनता दल की ओर से विशेष राज संकल्प यात्रा शुरू की जा रही है. रविवार 10 दिसंबर को जदयू कार्यालय से जदयू युवा के साथियों को प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि पार्टी के युवा प्रकोष्ठ की ओर से मोदी सरकार के द्वारा बिहार की उपेक्षा के विरोध में विशेष राज्य-संकल्प यात्रा निकाली जा रही है.पार्टी का युवा प्रकोष्ठ बिहार के प्रति केंद्र सरकार की उदासीन रवैया को जन-जन के बीच पहुंचाएगा.
"हमारी पार्टी वर्ष 2006 से ही विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रही है. इसको लेकर पार्टी ने व्यापक पैमाने पर हस्ताक्षर अभियान चलाया था. बिहार के दोनों सदनों से प्रस्ताव भी पारित किया गया. जब दोनों सदनों से प्रस्ताव पारित हुआ तब भाजपा हमारे साथ थी. आज केंद्र में भाजपा की सरकार है फिर भी विशेष राज्य के दर्जे पर आनाकानी कर रही है."- उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू
आर्थिक विषमता की मार झेल रहा बिहारः उमेश कुशवाहा ने बताया कि झारखंड अलग होने के बाद राज्य का 67 फीसदी आय का स्रोत झारखंड में चला गया. जबकि आबादी का 65 फ़ीसदी हिस्सा बिहार में था और मात्र 35 फ़ीसदी हिस्सा झारखंड में. बंटवारे के बाद बिहार की अर्थव्यवस्था अब कृषि पर ही आधारित है. लेकिन प्रतिवर्ष बाढ़ और सुखाड़ की वजह से कृषि व्यवस्था भी चरमरा गई. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार आज आर्थिक विषमता की मार झेल रहा है. इस आर्थिक विषमता के साथ विकसित भारत का सपना पूरा नहीं होगा. इसलिए हमारी मांग है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए.
जनता को जागरूक करनाः जनता दल यू युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष नीतीश पटेल ने कहा कि विशेष राज्य-संकल्प यात्रा का प्रमुख उद्देश्य जनता को जागरूक करना है. खासतौर पर युवाओं के लिए विशेष राज्य के दर्जे का क्या महत्व है, इसको भी सामने रखना है. यात्रा के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विचार, संस्कार, व्यवहार एवं विकास कार्यों से जनता को अवगत कराना है. उन्होंने कहा कि युवाओं के सुरक्षित भविष्य के लिए विशेष राज्य का दर्जा बेहद आवश्यक है. इससे बिहार और देश दोनों सशक्त बनेगा.