पटना:मंगलवार को सभी प्रमुख राजनीतिक दल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की जयंती मना रहे हैं. सरकार में मौजूद जदयू पार्टी की ओर से पटना स्थित बापू सभागार में कर्पूरी जयंती का आयोजन किया. इधर बीजेपी ने ओबीसी मोर्चा की ओर से विद्यापति भवन में कर्पूरी जयंती समारोह आयोजित किया है. इस स्थिति में जेडीयू विधान पार्षद राधाचरण साह ने जेडीयू कार्यालय से बापू सभागार तक के लिए पैदल कर्पूरी मार्च निकाला.
Karpoori Thakur Birth Anniversary: JDU नेताओं ने BJP कार्यालय के बाहर से ढोल नगाड़े बजाते हुए निकाला कर्पूरी मार्च
बिहार की राजधानी पटना में पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनायी जा रही है. जेडीयू कार्यकर्ता पूरे साज बाज के साथ बापू सभागार में कर्पूरी जयंती का आयोजन करने के साथ ही रैली निकाले. जिसमें कार्यकर्ता ढोल-नगाड़े बजा रहे थे. इस मौके पर कार्यकर्ताओं के नेतृत्व कर रहे जदयू विधान पार्षद राधाचरण साह ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने प्रदेश में पिछड़े समाज को उनके हक दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी थी. पढे़ं पूरी खबर....
जेडीयू ने निकाला मार्च:बीजेपी कार्यालय के गेट के बाहर जैसे ही जदयू कार्यकर्ताओं का ढोल नगाड़े के साथ मार्च पहुंचा. वहां पर कार्यकर्ताओं ने उत्साहित होकर जनता दल जिंदाबाद और कर्पूरी ठाकुर जिंदाबाद के नारे लगाए. जिसके बाद बीजेपी के कार्यकर्ता भी गेट पर आकर खड़े हो गए. हालांकि शांतिपूर्ण तरीके से जदयू कार्यकर्ता बीजेपी कार्यालय के आगे से गुजर गए. जदयू कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को नीतीश कुमार जिंदाबाद, बिहार सरकार जिंदाबाद के नारे लगाकर चिढ़ाने की कोशिश भी की.
पिछड़े समाज को हक दिलाई:विधान पार्षद राधाचरण शाह ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने प्रदेश में पिछड़े समाज को उनके हक दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी. उन्होंने कई ऐसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए जिससे पिछड़े समाज को मुख्यधारा में लाने का काम किया. प्रखर समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर ने सभी तबकों के लिए कुछ न कुछ काम किया है. उनके विचार आज भी प्रासंगिक है. कर्पूरी ठाकुर के विचार से आजतक राजनीतिक दल कर्पूरी ठाकुर की जयंती मना रहे हैं.
"कर्पूरी ठाकुर ने सभी तबकों के लिए लड़ाई लड़े है. यहीं कारण है कि आजतक सारे राजनीतिक दल उनका जयंती मनाते हैं. दिवंगत कर्पूरी ठाकुर के सपनों का बिहार बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी अहम भूमिकाओं को निभा रहे हैं और काफी हद तक इसमें वे सफल भी रहे हैं".- राधाचरण शाह, एमएलसी
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