पटना: केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू के शामिल होने के सस्पेंस से पटना जदयू कार्यालय में कार्यकर्ताओं का उत्साह ठंडा पड़ गया है. कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाने की पूरी तैयारी कर रखी थी. लेकिन, दिल्ली से आ रही खबरें और मीडिया पर चल रही खबरों से कार्यकर्ताओं की चिंता बढ़ गई है.
मोदी मंत्रिमंडल में JDU के शामिल नहीं होने से कार्यकर्ता मायूस, कहा-नीतीश पर है भरोसा
एनडीए के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव 2019 में जदयू 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें से उसे 16 सीटें हासिल हुई. ऐसे में पार्टी की मांग है कि कम से कम 3 मंत्री जदयू से होने चाहिए.
कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें नीतीश कुमार पर पूरा भरोसा है. उनका कहना है कि सम्मान से समझौता नहीं किया जा सकता है. बिहार में जदयू ने एनडीए को 39 सीट दिलाया है. जदयू के भी 16 सांसद जीत कर यहां से गए हैं. इसलिए उचित संख्या में मंत्री बनना चाहिए. कार्यकर्ताओं को आशा है कि पार्टी से लगभग 03 मंत्री बनाए जाने चाहिए. हालांकि, उन्होंने यह भी साफ कहा कि पार्टी के आलाकमान का फैसला ही अंतिम फैसला होगा.
'नहीं मानी गई शर्तें तो मुश्किल है शपथ लेना'
मालूम हो कि नरेन्द्र मोदी गुरुवार शाम सात बजे दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ बीजेपी और एनडीए में शामिल कई और पार्टियों के सांसद भी मंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. हालांकि जेडीयू के मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर मामला उलझता दिख रहा है. जेडीयू का कहना है कि अगर हमारी बात नहीं मानी गई तो हमारे कोई भी सांसद मंत्री पद की शपथ नहीं लेंगे.