पटना: बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू (JDU) 24 नवंबर को पूरे प्रदेश में जश्न मनाने की तैयारी कर रही है. दरअसलनीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व वाली जेडीयू की सरकार का 15 साल पूरा हो रहा है. इसी उपलक्ष्य में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
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जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) और मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने इस बारे में मीडिया से जानकारी साझा किया है. उमेश कुशवाहा ने कहा कि मुख्यालय स्तर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) और बड़े पदाधिकारी शामिल होंगे तो वहीं जिला स्तर पर भी कार्यक्रम होगा, जिसमें प्रभारी मंत्री के साथ पार्टी के नेता शामिल होंगे.
वहीं, जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि पार्टी की ओर से सरकार के विकास कार्यों की चर्चा होगी, क्योंकि हमारे नेता 'पॉलिटिक्स फॉर डिफरेंस' के लिए जाने जाते हैं. राजनीति की भीड़ से अलग अपना चेहरा स्थापित किया है और अलग काम करते हैं. राजनीति को सामाजिक सरोकार से जोड़कर काम करते हैं, चुनाव में जनता के बीच कमिटमेंट कर जाते हैं.
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आपको बताएं कि नीतीश कुमार ने पहली बार साल 2000 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, हालांकि वह बहुमत साबित करने में असफल रहे. जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. उसके बाद सन् 2005 में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद वह दूसरी बार मुख्यमंत्री ( Bihar Chief Minister ) बने. नीतीश ने सन् 2010 में एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. हालांकि इन्होंने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही सन् 2014 में इस्तीफा दे दिया. एक वर्ष से कम समय में ही सन् 2015 में चौथी बार बिहार की सत्ता में वापस आ गए. महागठबंधन के साथ कुछ मतभेद होने के बाद उन्होंने 2017 में बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद एक बार वह फिर एनडीए ( NDA ) में शामिल हो गए. एनडीए में शामिल होने के बाद अगले दिन उन्होंने छठीं बार 2017 में बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.