पटना: सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू, अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाएगी. इसके लिए पार्टी ने दिल्ली में तैयारी शुरू कर दी है. वहीं, बीजेपी के साथ गठबंधन की बात करें, तो राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ये पहले ही ऐलान किया जा चुका है कि पार्टी सिर्फ बिहार में एनडीए गठबंधन में चुनाव लड़ेगी. अन्य चार राज्यों में पार्टी अकेले ही चुनावी मैदान में उतरेगी.
नीतीश कुमार झारखंड के साथ-साथ दिल्ली के विधानसभा चुनावों में भी पार्टी को उतारेंगे. झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी की पैनी नजर दिल्ली विधानसभा चुनाव पर है. इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. बता दें कि जदयू पिछले दिल्ली विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा चुकी है. लेकिन वहां पार्टी को सफलता नहीं मिली थी. यहां तक की पार्टी के सभी उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई थी.
फिर एक बार मिशन दिल्ली
गौरतलब है कि जदयू का संगठन लगातार मजबूत हो रहा है. पार्टी ने कई राज्यों में मजबूती से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. ऐसे में विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी का कहना है कि पार्टी दिल्ली में भी अपनी दमदार उपस्थिति दिखाएगी.
बिहार के लोग चाहेंगे, तो जीत लेंगे दिल्ली- संजय झा
दिल्ली के प्रभारी रहे जल संसाधन मंत्री संजय झा का कहना है कि पिछली बार जरूर सफलता नहीं मिली थी. लेकिन वहां बड़ी संख्या में पूर्वांचल के लोग रहते हैं. लोग चाहेंगे, तो कुछ भी परिणाम निकल सकता है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, इसका फैसला अभी नहीं हुआ है. लेकिन जल्द ही इस पर रणनीति तैयार की जाएगी.
इन मुद्दों पर लड़ा जाएगा चुनाव
जदयू, नीतीश कुमार के बिहार में किये जा रहे विकास कार्य और सामाजिक अभियान विशेषकर शराबबंदी जैसे मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी नेताओं को भरोसा है कि इस बार दिल्ली में पार्टी का खाता खुलेगा और पार्टी वहां तेजी से अपना जनाधार बढ़ाएगी. बता दें कि देश भर में जदयू का सदस्यता अभियान चल रहा है. इस अभियान के तहत पार्टी ने 50 लाख से ज्यादा नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है.