पटना:दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी (JDU National Executive) की बैठक के बाद अब पटना में 28 और 29 अगस्त को जदयू के राष्ट्रीय परिषद(JDU National Council) की बैठक होने जा रही है. पार्टी के लिए यह बैठक महत्वपूर्ण है. दिल्ली में कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष का फैसला हुआ था. अगले साल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव होने हैं. राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इन पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर रणनीति बनेगी.
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जदयू ने पहले ही उत्तर प्रदेश और मणिपुर में चुनाव लड़ने का मन बना लिया है. बाकी के तीन राज्य को लेकर भी बैठक में चर्चा हो सकती है. जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के लक्ष्य के लिए इन राज्यों में पार्टी के विस्तार की कोशिश चल रही है. पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रीय परिषद और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी. इसमें बड़े फैसले लिए गए थे. आरसीपी सिंह (RCP Singh) को पार्टी की कमान सौंपी गई थी. इस साल दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भी बड़े फैसले लिए गए. अब पटना में भी बड़े फैसले लिए जाने की संभावना है.
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में जदयू के खराब प्रदर्शन और घटते जनाधार के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी में आमूलचूल परिवर्तन किया है. कई बड़े फैसले लिए हैं. पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक के बाद इस साल जनवरी में राज्य कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के शीर्ष पदों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया था. एक साल के अंदर दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बदले गए हैं. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष भी बदले जा चुके हैं.
अब एक बार फिर से राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भी बड़े फैसले हो सकते हैं. पार्टी को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा अब तक नहीं मिला है. जदयू के लिए यूपी चुनाव के साथ पांच राज्यों में होने वाले चुनाव महत्वपूर्ण हैं. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में ही उत्तर प्रदेश और मणिपुर में चुनाव लड़ने का फैसला हो चुका है. अब राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उस पर मुहर लगेगी और आगे कैसे चुनाव लड़ना है इसकी रणनीति तैयार होगी.