पटनाः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से भोजपुरी और मगही भाषा (Bhojpuri and Magahi Language) को लेकर दिए गए बयान पर सियासत थम नहीं रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के झारखंड दौरे को लेकर जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल (JDU spokesperson Nikhil Mandal) ने तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि तेजस्वी यादव को बिहार का सम्मान पसंद हीं है. उन्हें बस अपनी कुर्सी की चिंता है.
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'पहले भी जब बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिहारियों को लेकर टिप्पणी की थी, तो उस समय भी तेजस्वी यादव ने बिहारियों के सम्मान के लिए कुछ नहीं कहा था. ना ही बाद में भी विरोध जताया. जबकि उन्होंने मंच भी साझा किया था. बिहारी होने के कारण बिहारियों के मान सम्मान को लेकर झारखंड में भी उन्होंने कुछ नहीं कहा. अपनी कुर्सी की चिंता को लेकर ही वहां गए और आगे झारखंड में कैसे उनकी भूमिका बढ़े, यहीं तक सीमित रहे.'-निखिल मंडल, प्रवक्ता, जदयू
आपको बता दें कि एक इंटरव्यूह के दौरान हेमंत सोरेन ने कहा था कि भोजपुरी और मगही बोलने वाले लोग डोमिनेटिंग नेचर यानी वर्चस्व चाहने वाला होता है. उन्होंने कहा कि अविभाजित बिहार में झारखंड की महिलाओं के साथ गलत काम करने वाले ये भाषाएं बोलते थे. झारखंड के आंदोलन के वक्त भोजपुरी में गालियां दी जाती थीं. उन्होंने कहा कि इन दोनों भाषाओं का झारखंड के आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है और ये बिहार की भाषाएं हैं.