पटना: दिल्ली से बड़ी संख्या में बिहार और यूपी के लोगों के पलायन पर सियासत शुरू हो गई है. सोमवार को जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि नीतीश सरकार की ओर से प्रधानमंत्री के लॉकडॉउन को सफल बनाने के लिए कई बड़े फैसले लिए गए हैं. साथ ही बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए भी सरकार व्यवस्था कर रही है.
'लॉकडाउन सफल बनाने कीविशेष व्यवस्था'
राजीव रंजन ने कहा है कि प्रधानमंत्री की ओर से कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन घोषित होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लॉकडाउन को सफल बनाने में हर संभव कोशिश कर रहे हैं. दिल्ली और अन्य जगहों से बड़ी संख्या में आने वाले मजदूरों की स्क्रीनिंग से लेकर रहने-खाने की सरकार की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है.
'मजदूरों को किया जाएगा होमक्वॉरेंटाइन'
जेडीयू प्रवक्ता ने बताया कि बॉर्डर इलाकों में मजदूरों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से खाने-पीने और मजदूरों के रहने से संबंधित व्यवस्थाओं की कमान सूबे के सभी जिलों के जिलाधिकारियों को सौंपा गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि बाहर से आए मजदूरों की स्क्रीनिंग के बाद विशेष बस से उन्हें गंतव्य स्थान तक ले जाया जाएगा. साथ ही मजदूरों को 14 दिनों के लिए होम कवारेंटाइन भी किया जाएगा.
राज्य में 15 कोरोना पॉजिटिव
बिहार में अब तक 15 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. जिसमें एक की मौत हो चुकी है और दो इलाज से ठीक भी हो चुके हैं. शेष सभी मरीजों का इलाज जारी है. कोरोना के सर्वाधिक चार मरीज भागलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती है. वहीं, पटना में भी मरीज मिलने के बाद प्रशासन की तरफ से कई इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है.